Book Title: Sramana 2011 07
Author(s): Sundarshanlal Jain, Ashokkumar Singh
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 114
________________ जैन जगत् १. युग पुरुष शिवाचार्य श्री जी का भव्य चातुर्मास प्रवेश आत्मज्ञानी, सद्गुरु श्रमण संघीय आचार्य श्री शिवमुनि जी म.सा० आदि ठाणा ७ का भव्य चातुर्मास प्रवेश ७ जुलाई २०११ को डेरावल नगर दिल्ली में सम्पन्न हुआ। Adharvashimuni Ji आचार्य भगवन् ने अपने संदेश में कहा कि आज का यह पावन दिवस आप सबके लिए मङ्गलकारी हो। पूरे देशभर में वीतरागता का वातावरण बने, सभी अपने लक्ष्य सिद्धालय के लिए पुरुषार्थ करें। भगवान् महावीर से लेकर वर्तमानकालीन सभी साधु-साध्वीवृन्द चातुर्मास में चार माह एक स्थान पर रहकर आराधना में रत रहते हैं। इस काल में एक स्थान पर रहकर त्रिगुप्ति की विशेष आराधना की जाती है। मुमुक्षु आत्मा श्री धर्मपाल जैन को दीक्षा प्रदान करते हुए उन्होंने दीक्षा के महत्त्व को बतलाया। २. वैशाली में जगदीश चन्द्र माथुर स्मृति व्याख्यानमाला सम्पन्न १५ अप्रैल २०११ को प्राकृत जैनशास्त्र और अहिंसा शोध संस्थान, वैशाली में वैशाली महोत्सव एवं महावीर जयन्ती के अवसर पर जगदीश चन्द्र माथुर स्मृति व्याख्यानमाला २०११ का आयोजन संस्थान के सभागार में किया गया। व्याख्यानमाला का विषय था 'जनमानस में भगवान् महावीर का प्रभाव'। व्याख्यानमाला का विषय समसामयिक एवं महत्त्वपूर्ण था। ३. दिगम्बर जैन तीर्थ निर्देशिका का लोकार्पण परमपूज्य आचार्य श्री विशुद्धसागर जी महाराज के पावन सानिध्य में १५ जुलाई २०११ को समवशरण दिगम्बर जैन मंदिर कञ्चनबाग, इन्दौर (म०प्र०) के परिसर में बने विशाल सभा-मण्डप में दिगम्बर जैन तीर्थ निर्देशिका के नये संस्करण का लोकार्पण समारोह सम्पन्न हुआ।

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