Book Title: Sramana 1990 10
Author(s): Ashok Kumar Singh
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 2
________________ प्रधान सम्पादक प्रो० सागरमल जैन सम्पादक डा० अशोक कुमार सिंह सहसम्पादक डा० शिवप्रसाद वर्ष ४१ अक्टूबर-दिसम्बर १९९० अंक १०-१२ प्रस्तुत अंक में १. जैन धर्म में नारी की भूमिका -प्रो० सागरमल जैन १ २. क्षेत्रज्ञ शब्द के विविध रूपों की कथा और उसका अर्धमागधी रूपान्तर -डॉ० के० आर० चन्द्र ४९ ३. हरिभद्र की श्रावकप्रज्ञप्ति में वर्णित अहिंसा : आधुनिक सन्दर्भ में -डॉ० अरुण प्रताप सिंह ५७ ४. ईश्वरत्व : जैन और योग--एक तुलनात्मक अध्ययन -डॉ० ललितकिशोर लाल श्रीवास्तव ७१ ५. जैन आगम साहित्य में वर्णित दास-प्रथा -डॉ इन्द्रेश चन्द्र सिंह ८५ ६. जैनाचार्य राजशेखर सूरि : व्यक्तित्व एवं कृतित्व --डॉ० अशोक कुमार सिंह ९३ ७. शाजापुर का पुरातात्विक महत्व -प्रो० कृष्ण दत्त वाजपेयी १११ ८. जैन जगत ११५ - - - - - वार्षिक शुल्क चालीस रुपये एक प्रति दस रुपया Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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