Book Title: Shrutsagar 2014 12 Volume 01 07 Author(s): Hiren K Doshi Publisher: Acharya Kailassagarsuri Gyanmandir KobaPage 28
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra SHRUTSAGAR www.kobatirth.org 26 ६. भीमदेव * सं. १२९६ संग्रहणीटीका (मलयगिरीया) लखाइ. * सं. १२९६ उपदेशकंदलीवृत्ति पुस्तक लखायुं. * सं. १२९८ देशीनाममाला प्रति लखाइ. * सं. १२९५' योगशास्त्र पुस्तक लखायुं. Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir DECEMBER-2014 (जेसलमेरभां. सूची पृ. ३५) * सं. १३१० उपदेशमालादि प्रकरण पुस्तिका लखाइ. * सं. १३१३ ज्ञानपंचमी पुस्तिका लखा. ७. अर्जुनदेव * सं. १३२७ वासुपूज्यचरित्र पुस्तक लखायुं. (संघवीना भंडारनी प्रति, पाटण) (संघवीना पाडानो भंडार, पाटणनी प्रतिपर उल्लेख.) For Private and Personal Use Only (पि. रि. ५.५०) (जेसलमेरभां. सूची पृ. ३७) (संघवीना भंडारनी प्रति, पाटण) ८. सारंगदेव * सं. १३३६ पर्युषणाकल्प पुस्तक लखायुं. * सं. १३३९ आदिनाथचरित्र पुस्तक लखायुं. * सं. १३४३ उत्तराध्ययनसूत्र- निर्युक्ति-वृत्ति पुस्तक लखायुं. (जेसलमेरभां. सूची पृ. २४) (पि.रि. ५,५३) (जेसलमेरभां. सूची पृ. ४२) (पि.रि. ५, ५० ) (पुरातत्त्व वर्ष- २, अंक - ४मांथी साभार) १. आ बे संवतो वीसलदेव पाटणनी गादी उपर आव्या ते पहेलाना छे, केमके त्यां १२९८ सुधी भीम (बीजो) अने १२९९ थी १३०२ सुधी त्रिभुवनपाळ राज्य करतो हतो अने वीसलदेव सं. १३०२ मां गादी उपर आव्यो. - डीस्कळकर.Page Navigation
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