Book Title: Shrimad Rajchandra
Author(s): Hansraj Jain
Publisher: Shrimad Rajchandra Ashram

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Page 2
________________ प्रकाशक मनुभाई भ मोदी, अध्यक्ष श्रीमद् राजचद्र आश्रम, म्टे अगाम, पो वोरिया-३८८१३० वाया-आणद (गुजरात) अहो मर्वोत्कृष्ट शात रसमय मन्मार्ग अहो। उस सर्वोत्कृष्ट शात रमप्रधान मार्गके मूल मर्वज्ञदेव , - तृतीय मस्करण प्रतियाँ ५००० ईम्वी सन् १०९१ विक्रम मवत् २०४७ वीर मवत् २५१७ ___ अहो। उस सर्वोत्कृष्ट शातरसको जिन्होंने मुप्रतीत कराया ऐसे परमकृपालु मद्गुरुदेवइम विश्वमे मर्वकाल आप जयवत रहे, जयवत रहे। -सस्मरण पोथी ३/२३ मुद्रक अनामिका ट्रेडिंग क भवानी शकर रोड, दादर, मुबई-४०० ०२८ फोन ४३०७२ ८६

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