Book Title: Shokshaka Prakarana Part 2
Author(s): Haribhadrasuri, Yashovijay of Jayaghoshsuri
Publisher: Divya Darshan Trust

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Page 190
________________ ६१. उत्तराध्ययनावचूर्णि ६२. उपदेशतरङ्गिणी ६३. उपदेशपद. ६४. उपदेशपदवृत्ति ६५. उपदेशप्रासाद ६६. उपदेशमाला १३२ . १३६, १३७, १४४, १४९,१५०, १५३, १५४, १६१, १७६, १८९, २०४, २०९, २२५ ६७. उपदेशमालादोघट्टीटीका. ६८. उपदेशरत्नाकर १२,१५,२५,२६,५२,५३,६१,७६,७८, ९६,१००१०२१०३,१०४,११७,११८,१२२, १२३,१३०,१३७,१५६, २४६, २५९, २६२, २६५, २६६, २६७,२७०,२७३,२८१,३३७,३६२,३७० ६९. उपदेशरहस्य ७०. उपदेशरहस्यवृत्ति. ७१. उपदेशसार ७२. उपदेशसारवृत्ति (नेमिचन्द्र). ७३. उपदेशामृतप्रकरण ७४. उपमितिभवप्रपञ्चा कथा ७५. ऋग्वेद ७६. ७७. ऋषभस्तोत्र ७८. ऋषिभाषित ऋाशिका १३२ ३७४ ९२,१०९, २८९,२९० ३५१ २१४ २१५ ८५ ३४०, ३५३ २०३ ४८,५७,७७, ३०९ २८, ४०, ४९, ५३, १४१, १५६,१५७, १६६, ३०३ ४४, ५०, १४४ ५४ ११५, २११ १७२, ३४७, ३५२ २८७ १८९ १३१ . ४२,९२,९३, १३८, १४०, १४५, १४६, १५३, १५७, १५८, १६७, १७३, १८२, १८९, ११०, १९४,२०८, २१२, २१७, २२७, २२८, २५२, २८२ ९२ ११५ ७९. ऋषिमण्डलस्तोत्र ८०. ऐतरेयारण्यक. ८१. ऐन्द्रस्तुतिचतुर्विंशतिकावृत्ति ८२. ओपनिर्मुक्ति ८३. ओघनियुक्तिभाष्य ८४. ओपनिर्युक्तिवृत्ति ८५. औपपातिकसूत्र ८६. कठोपनिषत्. ८७ कण्ठरुद्रोपनिषत् ८८. कथाकोशवृत्ति Jain Education International पृष्ठ ८९. कथाकोष ९०. कथारत्नकोश ९१. कथासरित्सागर ९२. कम्मसुत ११६,१३३,१५१, २५५, २६१,३६३ १३९,१४४,२२४ .६, ८, १०, ११, १३, ३७, ४६, ४९, ५०, ५२, ६२, ७९, ८५, ८६, २८८, २९०, ३२१, ३२३ १३१ ३८ ४९, ५२, ५३, ५४ ७, २२, ३६, २६४, ३६४ १५०, १६१,२०८ ९३. कर्मग्रन्थ ९४. कर्मप्रकृति ९५. कर्मप्रकृतिपूर्णि ९६. कर्मप्रकृतिटीका ९७. कर्मविपाक ९८. कल्पदीपिका ९९. कल्पद्रुमकलिका १००. कल्पप्रदीपिका १०१. कल्पसूत्रसुबोधिकावृत्ति १०२. कल्पसूत्रावचूरि १०३. कल्याणकलिका १०४. कल्याणमन्दिरवृत्ति १०५. कल्याणमन्दिरस्तोत्र १०६. कादम्बरी १०७ कार्तिकेयानुप्रेक्षा १०८. कार्तिकेयानुप्रेक्षावृत्ति १०९. काव्यप्रकाश. ११०. काशह्रदीयजिनस्तोत्र १११. किरणावली ११२. कुन्दमाला. ११३. कुमारसम्भव ११४. कुलार्णवतन्त्र ११५. कुवलयमाला ११६. कूपदृष्टांतविशदीकरणवृत्ति. ११७. कूर्मपुराण ११८. केनोपनिषत् .. ११९. कौषातक्युपनिषत्. १२०. क्षत्रचूडामणि १२१. गच्छाचारप्रकीर्णक १२२. गणिविद्याप्रकीर्णक १२३. गरुडपुराण १२४. गीता (अध्यात्मगीता) १२५. गीता (अर्हद्गीता) १२६. गीता (अष्टावक्रगीता) . १२७. गीता (आत्मदर्शनगीता) १२८. गीता (ईश्वरगीता) १२९. गीता (गुरुगीता). For Private & Personal Use Only ३८५ ७०, २ पृष्ठ १४० , २४८, २६९ ७० ७० १५८ १४८ १४८ १४८ ३०, १४९ १४८ १३९, १७३ १०४ ६१,१०४, २१४ ८६,९२,२५५ १९४,२४२, २७२, २८८ १२९,३३८ ५,१० १९० २१ २९ ९२ २०३, २७७,३०१ ३५१ २२४ १९४,२८९, ३३३, ३६५, ३६८, ३७३ ३४३ ३६७ ११९ २८ १४५ २७३, २८९, ३३१, ३४२, ३६१, ३७० ४९, ८६, १०२२३८, २४९, ३०४,३०९,३३१,३६९, ३५२, ३५३, ३७०, ३७१ ४९, १७३, १९५, २०३ . ९८, ३५३ २४, ४९, ६१. १०९,१८५, २०१ २८७ .२.४९, २५५ www.jainelibrary.org

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