Book Title: Shatkhandagama Pustak 08
Author(s): Pushpadant, Bhutbali, Hiralal Jain, Fulchandra Jain Shastri, Devkinandan, A N Upadhye
Publisher: Jain Sahityoddharak Fund Karyalay Amravati

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Page 435
________________ (६) परिशिष्ट सूत्र संख्या सूत्र पृष्ठ सूत्र संख्या पृष्ठ ७१ देवाउअस्स को बंधो को अबंधो? १२६ | ७७ देवगदीए देवेसु पंचणाणावर७२ मिच्छाइट्ठी सासणसम्माइट्ठी णीय-छदसणावरणीय-सादासादअसंजदसम्माइट्ठी संजदासंजदा बारसकसाय--पुरिसवेद-हस्सबंधा । एदे बंधा, अवसेसा रदि-अरदि-सोग-भय-दुगुंछा मणुसगइ-पंचिंदियजादि-ओराअवंधा। लिय-तेजा-कम्मइयसरीर-सम७३ पंचिंदियतिरिक्खअपज्जत्ता पंच चउरससंठाण-ओरालियसरीरणाणावरणीय-णवदंसणावरणीय अंगोवंग-वज्जरिसहसंघडणसादासाद-मिच्छत्त-सोलस वण्ण-गंध-रस-फास-मणुसाणुकसाय-णवणोकसाय-तिरिक्खाउ पुब्वि-अगुरुअलहुव-उवघाद-परमणुस्साउ-तिरिक्खगइ-मणुस घाद-उस्सास-पसत्थविहायगदिगइ-२ इंदिय-बीइंदिय-तीइंदिय तस-बादर-पज्जत्त-पत्तेयसरीरच उरिदिय-पंचिंदियजादि-ओरा थिराथिर सुहासुह-सुभग-सुस्सरलिय-तेजा-कम्मइयसरीर-छ आदेज्ज जसकित्ति-अजसकित्तिसंठाण-ओरालियसरीरअंगोवंग णिमिण-उच्चागोद-पंचंतराइयाणं छसंघडण-वण्ण-गंध-रस-फास को बंधो को अबंधो? १३७ तिरिक्खगइ-मणुसगइपाओग्गाणुपुवी-अगुरुगलहुग-उव-- ७८ मिच्छाइटिप्पहुडि जाव असंजदघाद-परघाद-उस्सास-आदा सम्माइट्ठी बंधा । एदे बंधा, उज्जोव-दोविहायगइ-तस थावर अबंधा णत्थि। १३८ बादर सुहुम-पज्जत्त-अपज्जत्त ७२ णिद्दाणिद्दा पयलापयला थीणपत्तेय-साहारणसरीर-थिराथिर गिद्धि-अणंताणुबंधिकोध-माणसुहासुह-सुभग- [ दुभग- ] माया लोभ-इत्थिवेद-तिरिक्खाउसुस्सर-दुस्सर-आदेज्ज-अणा तिरिक्खगइ-चउसंठाण-चउसंघदेज्ज-जसकित्ति-अजसकित्ति डण-तिरिक्खगइपाओग्गाणुपुवीणिमिण-णीचुच्चागोद-पंचंतराइ उज्जोव--अप्पसत्थविहायगहयाणं को बंधो को अबंधो? १२७ दुभग-दुस्सर-अणादेज्ज-णीचा७४ सव्वे एदे बंधा, अबंधा णत्थि। गोदाणं को बंधो को अबंधो? १४१ ७५ मणुसगदीए मणुस-मणुसपज्जत्त- ८० मिच्छाइट्ठी सासणसम्माइट्ठी मणुसिणीसु ओघं यवं जाव बंधा । पदे बंधा, अवसेसा तित्थयरे त्ति । णवरि विसेसो, अबंधा। बेट्टाणे अपच्चक्खाणावरणीयं ८१ मिच्छत्त-णबुंसयवेद-एइंदियजधा पंचिंदियतिरिक्खभंगो। १३० जादि हुंडसंठाण-असंपत्तसेव७६ मणुसअपज्जत्ताणं पंचिदिय संघडण-आदाव-थावरणामाणं को तिरिक्खअपज्जत्तभंगो। बंधो को अबंधो? Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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