Book Title: Shatkhandagama Pustak 08
Author(s): Pushpadant, Bhutbali, Hiralal Jain, Fulchandra Jain Shastri, Devkinandan, A N Upadhye
Publisher: Jain Sahityoddharak Fund Karyalay Amravati
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बंध-सामित्त-विचयसुत्ताणि
(१३) सूत्र संख्या
पृष्ठ सूत्र संख्या सूत्र पृष्ठ १७५ अपच्चक्खाणावरणीयमोघं। २५१ । १८६ लोभसंजलणस्स को बंधो को १७६ पच्चक्खाणावरणीयमोघं। २५४ | अबंधो?
२६८
१८७ अणियट्टी उवसमा खवा बंधा। १७७ हस्स-रदि जाव तित्थयरे त्ति ओघं।
अणियट्टिबादरद्धाए चरिम
समयं गंतूण बंधो वोच्छिन्जदि। १७८ अवगदवेदपसु पंचणाणावर
पदे बंधा, अवसेसा अबंधा। २६९ णीय-चउर्दसणावरणीय-जसकित्ति-उच्चागोद-पंचंतराइयाणं
| १८८ कसायाणुवादेण कोधकसाईसु को बंधो को अबंधो?
पंचणाणावरणीय-[च उदंसणा
वरणीय-सादावेदणीय-]चदुसंज१७९, अणियट्टिप्पहुडि जाव सुहुम
लण-जसकित्ति-उच्चागोद-पंचंसांपराइयउवसमा खवा बंधा।
राइयाणं को बंधो को अबंधो? , सुहुमसांपराइयसुद्धिसंजदद्धाए
| १८९ मिच्छाइटिप्पहुडि जाव अणिचरिमसमयं गंतूण बंधो वोच्छिज्जदि । एदे बंधा, अवसेसा
यट्टि त्ति उवसमा खवा बंधा।
एदे बंधा, अबंधा णस्थि। अबंधा।
२७० १८० सादावेदणीयस्स को बंधो को " १९० बेढाणी ओघं ।।
२७२ अबंधो?
२६५ | १९१ जाव पच्चक्खाणावरणीयमोघं । २७४ १८१ अणियट्टिप्पहुडि जाव सजोगि- १९२ पुरिसवेदे ओघं।
केवली बंधा। सजोगिकेवलि- १९३ हस्स-रदि जाव तित्थयरे त्ति अद्धाए चरिमसमयं गंतूण बंधो
ओघं। वोच्छिज्जदि । एदे बंधा, अव. १९४ माणकसाईसु पंचणाणावरसेसा अबंधा।
णीय-चउर्दसणावरणीय सादा१८२ कोधसंजलणस्स को बंधो को
वेदणीय-तिण्णिसंजलण-जसअबंधो?
कित्ति उच्चागोद-पंचंतराइयाणं १८३ अणियट्टी उवसमा खवा बंधा।
को बंधो को अबंधो? अणियट्टिवादरद्धाए संखेज्जे १९५ मिच्छाइटिप्पहुडि जाव अणिभागे गंतूण बंधो वोच्छिज्जदि ।
यही उवसमा खवा बंधा । एदे पदे बंधा, अवसेसा अबंधा।
बंधा, अबंधा णत्थि।
२७६ १८४ माण-मायासंजलणाणं को बंधो १९६ बेट्टाणि जाव पुरिसवेद-कोधको अबंधो?
२६७ संजलणाणमोघं। १८५ अणियट्टी उवसमा खवा बंधा । १९७ हस्स-रदि जाव तित्थयरे त्ति अणियट्टिवादरद्धाए सेसे सेसे
ओघं।
२७७ संखेज्जे भागे गंतूण बंधो | १९८ मायकसाईसु पंचणाणावर. वोच्छिज्जदि । पदे बंधा, अव
णीय-चउर्दसणावरणीय-सादासेसा अबंधा।
वेदणीय-दोणिसंजलण-अस
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