Book Title: Savruttik Aagam Sootraani 1 Part 21 Sooryapragyapti Mool evam Vrutti Author(s): Anandsagarsuri, Dipratnasagar, Deepratnasagar Publisher: Vardhaman Jain Agam Mandir Samstha Palitana View full book textPage 5
________________ [भाग-२१] श्री सूर्यप्रज्ञप्ति (उपांगसूत्रम्-१६) नमो नमो निम्मलदंसणस्स पूज्य श्रीआनंद-क्षमा-ललित-सुशील-सुधर्मसागर गुरुभ्यो नमः "सूर्यप्रज्ञप्ति" मूलं एवं वृत्ति: [मूलं एवं मलयगिरि-प्रणीत वृत्तिः ]' [आद्य संपादकश्री] पूज्य आगमोद्धारक आचार्यदेव श्री आनंदसागर सूरीश्वरजी म. सा. (किञ्चित् वैशिष्ठ्यं समर्पितेन सह) पुन: संकलनकर्ता→ मुनि दीपरत्नसागर (M.Com., M.Ed., Ph.D.श्रुतमहर्षि) 28/07/2017, शुक्रवार, २०७३ श्रावण शुक्ल ५ पर सवृत्तिक-आगम-सत्ताणि' श्रेणि भाग-२१ श्री आगमोद्धारक-वाचना-शताब्दी-वर्ष-निमित्त 'आगम दण-प्रोजेक्ट': ~5~Page Navigation
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