Book Title: Savruttik Aagam Sootraani 1 Part 21 Sooryapragyapti Mool evam Vrutti Author(s): Anandsagarsuri, Dipratnasagar, Deepratnasagar Publisher: Vardhaman Jain Agam Mandir Samstha Palitana View full book textPage 1
________________ आजम आज नमो नमो निम्मलदसणस्स 23 पूज्य आनंद-क्षमा-ललित-सुशील-सुधर्मसागर-गुरुभ्यो नमः ॥ नमो निम्मलदसणस्स भाग सवृत्तिक-आगम-सुत्ताणि 21 आगम १६ "सूर्यप्रज्ञप्ति” मूलं एवं वृत्ति: मूल संशोधक :- पूज्यपाद आगमोद्धारक आचार्यश्री आनंदसागरसूरीश्वरजी महाराजसाहेब ___ अभिनव-संकलनकर्ता :- आगम दिवाकर मुनिश्री दीपरत्नसागरजी [M.Com., M.Ed., Ph.D.. श्रुतमहर्षि। पूज्य शासनप्रभावक आचार्यश्री हर्षसागरसूरिजी की प्रेरणा से 'वर्धमान जैन आगम मंदिर संस्था' पालिताणा।Page Navigation
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