Book Title: Savay Pannatti
Author(s): Haribhadrasuri, Balchandra Shastri
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 276
________________ २३४ उचालियंमि पाए उड्ढमहे तिरियं पिय उड्ढमहे तिरियं पिय उदयवखयखओवसमो उदयाभावे हिंसा उवउत्तो गुरुमूले उवगाराभावं वि उवभोगपरीभोगे उवसमगं से ढिगयस्स उस्सग्गबंभयारी [ ऊ ] ऊपरदेसं दढिल्लयं व [ ए ] एएण कारणं एएहभिभूआणं एगसहावो निच्चो एगतेण सरीरा गाइ तिन्निसमया एत्तोच्चय ववहारो यहि ओह विस एयमिह सद्दतो एयरस एगपरिणाम एयस्स मूलवत्थू एयरस य जो हेऊ एवं पिन जुत्तिखमं एवं अपरिवडिए एवं कंखाईसुवि एवं खु जंतपीलण एवं च जानिवित्ती एवं च जीवदव्वस्स एवं च मुत्तबंधादओ एवं च विहरिऊणं एवं ठिइयस्स जया एवं पिय वहविरई एवं मिच्छादंसण एवं विहपरिणामो एवं सामायारि २२३ २८० २८३ १९७ २२८ १०८ ३४८ २८४ ४५ ३५५ ४७ १६० ३९४ १७७ १८६ ६९ १८३ ३८ ८४ २७ ७ २०८ २२२ ३९१ ९२ २८८ २४७ १८५ १६२ ३७७ ३१. २२० २५६ ६० ३७५ श्रावकप्रज्ञप्तिः [ ओ ] ओवं तादत्थे ओवंमे देसो खलु [क] कत्थइ जीवो बलीओ कम्मो का मिज्जइ कसामइओ पुव्वि कयसामइओ सो साहु कंदपं कुक्कुइयं तक्खणं चिय काऊ काऊ विविं कायवयमणो किरिया कारवणं पुण माणसा किं इय न तित्थहाणी किं च सरीरा जीवो किचिदकाले वि फलं कि चितेइ न मणसा कि चेहुवाहिया किताव तव्व किंवा तेणावहिओ कुसुमसमा अब्भासा कुसुमेहि वासिया केइ बालाइ वहे भति सा केई भांति गिहिणो [ खित्ताइ हिरनाई खीणंमि उइन्नंमि खीणे दंसणमोहे ] [ग] गणमताण न कि गहणासेवणरूवा गुरुefraओ उ धम्मो गोयं च दुविह गोसम्म पुव्वभणिओ गोसे सयमेव इमं १२४ १२५ १०१ १९४ ३१४ २९३ २९१ ३१७ ३७९ ७९ ३३८ १६९ १७८ २०० २५५ ५२ २३७ १७० ३८८ ३८७ २२१ ३८२ ३३३ २७८ ४६ ४८ ४१ २९६ ३५१ २५ ३६४ ३४४ [च] चरणपरिणामविरहा चरमाण चउन्नं पिहु चरमावत्थाइ तहा चारिकहिए वज्झा चिता इह अन्नं [ ज ] जइ ताव तव्वहु च्चिय जइ तेण तहा अकए जाणुभूइओ च्चिय जइ वि न वंदणवेला जच्चाइ दोसर हिओ जच्चाईओ अहओ जम्हा सो परिणामो जह कंपणस्स कंचण जहवा दीहारज्जू जं उद्धियं सुयाओ जं चाइयारसुत्तं जं जह भणियं तं तह जं जीवकम्मजोए जं नेरइओ कम्मं माभावे न जरा जं मोणं तं सम्म जं साइयारमेयं जिभासियधम्मगुणे जीवाजीवासवबंध जीवो अणाइनिणो जे नियमवेय णिज्जस्स जे पुणकयपणिहाणा जेवि य कयंजलिउडा जेसिमवड्ढो पुग्गलजेसि मिहो कुलवेरं [त ] तक्कय सहकारितं तग्गहणउच्चि तओ तत्तत्सद्द हाणं ३८१ ३०४ ३८० ११७ १४० २३८ २११ १९८ ३७३ ३६१ २४० २३२ १८४ २०३ ४०१ ३८४ ४९ ८ १५९ ३९७ ६१ ९६ ३८६ ६३ ९ ܘܘܐ ३७१ ३७२ ७२ २४९ . २१० ११३ ६२

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