Book Title: Savay Pannatti
Author(s): Haribhadrasuri, Balchandra Shastri
Publisher: Bharatiya Gyanpith
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दिक्प्रदा-टोकान्तर्गतशब्दानुक्रमणिका
२५३
१८३
धर्मानुष्ठान
३१६ धर्मास्तिकाय ७८,८७, १४८ धारिणी
११५ धार्मिक वात्सल्य नन्दीश्वरवर नपुंसकलिङ्ग
७७ नपुंसकलिङ्गसिद्ध ७७ नपुंसकवेद
१८ नमस्कार ९३, ३२६, ३४३,
३६४, ३७३ नय
१९०, २७४ नयनदर्शनावरण
नरक
निरतिचार ५१, ३७६ निरपेक्ष बन्ध
२५८ निरवद्य २८५, २९२ निरुपक्रम ७५, २०२, २०६ निरुपक्रमायुष ७४, २४३ निर्गुण
३४, ३५ निर्जरा ३५, ६३, ८२, ३४० निर्माण
२४ निर्लाञ्छन कर्म निर्वाण २१७, ३५० निर्वति निर्वेद
५३, ५७ निर्वेदगुण
८४ निवृत्ति २५४, ३९९ निवृत्तिवादी
१६६ निश्चय निश्चयनय निसर्गरुचि नीचैर्गोत्र
२५ नोकषाय वेदनीय नोतीर्थकरसिद्ध नोतीर्थसिद्ध नोतीर्थकरिसिद्ध न्याय १४१, १८५, २८९ न्यासापहरण . . २६०
२१, ७०
२१
५२
१३७
नरकपृथिवी
१३८ नरकवेदनीय
१३८ नरकवेदनीय कर्म
१५६ नरकसंवर्तनीय कर्म १५५ नरकायु
१३७ नरकोद्वर्तन नरकगति
१७ नरायुष्क
. १९ नागरकभाव नागरकवघनिवृत्ति ११९ नाम
११, २९-३० नारक ७०,७३, १३७, १५६,
परलोक ५७, १६७,
१७९, ३४७ परलोकार्थी
१३४ परिकर्म
३७७ परिणाम परिणामी
१८३ परिभोग परिव्राजक परिषहजय पर्याप्त पर्याप्तक 'पर्याप्तकनाम पर्याप्तकलब्धि पर्याप्ति पर्याप्तिनाम पर्याय
१८० पर्युपासनविधि
३५४ पर्व
३२१ पलिमन्थदोष १०९, ११२ 'पल्य पल्योपम ३२, ३०२ पल्योपमपृथक्त्व पंचसमित
२९२ पंचसमिति
२९६ पंचाणुव्रत पंचेन्द्रियत्व पंचोदुम्बरिक २८५ पाटलिपुत्र पाठान्तर
३११ पान पाप ७९, १३३, १५१ पापकर्मोपदेश २२१, २२२
२८९ पापक्षपण
१३३ पापक्षय
१३४-१३५ पापोपदेश
२८९ पारलौकिक
३२४ पाषण्ड
८८
७७
३८२ ३५६
[प]
पक्ष
९३
१३७
३२६
२८५
नारकगति नारकन्याय नारकायुष्क नालि
३५, ३६ निगोद
१०३ नित्य १७६-१७७, १८२ नित्यानित्य १८०,१८१ निदर्शन
१९९ निदान ४८,३०७-३०८ निद्रा
१३ निद्रावेदनीय
१९७ निपात
१९, ३७८
२१ २७० ८६-८८
पङ्का पृथिवी पडलय परघातनाम परदारपरित्याग परपाषण्डप्रशंसा परपाषण्डसंस्तव परमपुरुष परमाक्षर परमाधार्मिक परमाधार्मिक सुर
९३
१३७

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