Book Title: Sanskrit Sopanam Part 01
Author(s): Surendra Gambhir
Publisher: Pitambar Publishing Company

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Page 83
________________ प्रथमपुरुषः मध्यमपुरुषः उत्तमपुरुषः क्रमांकः 1. (998 धातवः यहाँ धातुओं के तीन भाग किए गए हैं- नियमित, अर्धनियमित और अनियमित। नीचे हर धातु का केवल प्रथमपुरुष एकवचन रूप ही दिया गया है (Verb-roots are divided here into regular, semi-regular, and irregular. Only third person singular form of each is given below) - मार 2 लृट्लकारः (भविष्य काल Future Tense) भविष्यति भविष्यतः भविष्यसि भविष्यथः भविष्यामि भविष्यावः 3. 4. 5. 6. 7. 8. 9. 10. 11. Firep (en) नियमिताः (od) धातुः चल् पठ् खेल् रक्ष वद् हस् क्रन्द् गर्ज् कूज् पत् खाद् 76 लट् चलति पठति खेलत भविष्यन्ति भविष्यथ भविष्यामः रक्ष वदति हसति क्रन्दति गर्जत कूजति पतति खाद लृट् चलिष्यति पठिष्यति खेलिष्यति रक्षिष्यति वदिष्यति हसिष्यति क्रन्दिष्यति गर्जिष्यति कूजिष्यति पतिष्यति खादिष्यति 915

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