Book Title: Sanskrit Sopanam Part 01
Author(s): Surendra Gambhir
Publisher: Pitambar Publishing Company

View full book text
Previous | Next

Page 81
________________ *यदि शब्द में 'र' वर्ण हो तो प्रायः 'न्' को 'ण' हो जाता है। जैसे 'नराणाम्' लेकिन शब्द के अन्तिम न्' को 'ण' नहीं होता, जैसे-नरान् (with र present in a word, usually becomes T except when it is the last letter in a word). अकारान्त-नपुंसकलिंग-शब्दः फल एकवचनम् द्विवचनम् बहुवचनम् फलानि फलम् फले फलाभ्याम् फलैः " फलेभ्यः प्रथमा विभक्तिः द्वितीया तृतीया चतुर्थी पंचमी " षष्ठी " सप्तमी सम्बोधन फलेन फलाय फलात् फलस्य फले हे फल फलयोः फलानाम् फलेषु " हे फले हे फलानि नियमित-धातुः पठ् (पढ़ना to study/read) लट्लकारः (वर्तमान काल Present Tense) पठतः प्रथमपुरुषः मध्यमपुरुषः उत्तमपुरुषः पठति पठसि पठामि पठथः पठन्ति पठथ पठामः पठावः

Loading...

Page Navigation
1 ... 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98