Book Title: Sangrahani Sutram
Author(s): Lalitvijay
Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund

View full book text
Previous | Next

Page 9
________________ Jain Education Inte " संग्रहणी" सूत्रान्तर्गतविषयक्रमोऽनुक्रान्तिश्चैषा नारकतिर्यग्-नरामररूपचातुर्गतिकजन्तूनां संबंधीन्यत्र चतुस्त्रिंशद्वक्तव्यताद्वाराणि तद्यथा - | देवानां -- स्थितिः १ भवनानि २ अवगाहना ३ उपपातविरहकालः च्यवनविरहकालः ५ एकसमयोपपातसंख्या ६ एकसमयच्यवनसंख्या ७ गतिः ८ आगातिः ९ नारकाणां स्थितिः १ भवनानि २ अवगाहना ३ उपपातविरहकालः ४ च्यवनविरहकालः ५ एकसमयोपपातसंख्या ६ एकसमयच्यवनसंख्या ७ गतिः ८ आगतिः ९ | मनुजां - स्थितिः १ अवगाहना २ उपपातविरहकालः ३ च्यवनविरहका० ४ एकसमयोपपातसंख्या ५ एकसमयच्यवनसं० ६ गतिः ७ आगतिः ८ तिरश्चां - स्थितिः १ अवगाहना २ उपपातवि० का० ३ च्यवनवि० का० ४ एकसमयोपपातसं० ५ एकसमयच्यवनसं० ६ गतिः ७ आगतिः ८ For Private & Personal Use Only jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 ... 292