Book Title: Samvayang Sutram
Author(s): Punyakiritivijay
Publisher: Shripalnagar Jain Shwetambar Murtipujak Derasar Trust
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________________ पृष्ठः श्रीसमवायाङ्गं श्रीअभय० वृत्तियुतम् // 7 // श्रीमत्समवायाङ्गसूत्रस्य विषया. नुक्रमः 75 148-149 149 149-150 क्रमः विषयः सूत्रम् मन्दरगौतम-पूर्वान्ताबाधा-नक्षत्र सीमाविष्कम्भाः। 68. धातकीखण्ड-पुष्करार्द्धविजयराज धान्यहंदादिविमलश्रमणाः / 69. अमन्दरसमयक्षेत्रवर्षधर-मन्दरगौतम पश्चिमान्ताबाधाऽमोहप्रकृतयः। वर्षावासगतशेषरात्रिदिनपर्युषणाकाल-पार्श्वश्रामण्य-वासुपूज्योच्चत्वमोहनिषेक-माहेन्द्र-सामानिका। 70 चतुर्थचन्द्रवर्ष-सूर्यावृत्तिदिन-वीर्यप्रवाद प्राभृताऽजितसगरागारित्वानि। 71 72. सुवर्णकुमारावास-बाह्यवेलाधारक वीराचलभ्रात्रायुरभ्यन्तर-पुष्करार्द्धचन्द्रसूर्य-चक्रिपुरवर-नरकलासंमूच्छिमखचरस्थितयः। 72 73. हरिवर्षरम्यकजीवा-विजयायुषी। अग्निभूत्यायुर्निषधशीतोदानीलवत्सीतोत्तरदक्षिणाभिमुखगमनाऽचतुर्थीनरकावासा:। 74 पृष्ठ: / क्रमः विषयः सूत्रम् 75. सुविधिकेवलि-शीतल१३८-१४० शान्त्यगारित्वानि। 76. विद्युत्कुमाराद्यावासाः। 76 140-141 77. भरतकुमारत्व-प्रव्रजिताङ्गवंशनृप गर्दतोयतुषितपरिवार-मुहूर्तलवाः / 77 141-142 78. वैश्रमणायत्तसुवर्णकुमाराऽकम्पित सर्वायुरुत्तरदक्षिणायनैकोनचत्वारिंश न्मण्डलदिनरात्रिवृद्धिहानयः। 78 / 142-143, 79. पातालाधोऽन्तरत्नप्रभाऽधोन्त-षष्ठीमध्य घनोदध्यन्त-जम्बूद्वीपद्वाराबाधाः। 79 143-144 80. श्रेयांस-त्रिपृष्ठा-ऽबचलोच्चत्व त्रिपृष्ठमहाराजत्वा-डब्बहुलकाण्डबाहल्येशानसामानिक-जम्बूद्वीप गतसूर्यावगाहः। 144-147 81. नवनवमिकाभिक्षा-कुन्थुमनःपर्यव ज्ञानि-व्याख्या-प्रज्ञप्तिमहायुग्मानि। 81 जम्बूद्वीपस्थद्विकृत्व:क्राम्यमण्डल-गर्भापहार प्राक्काल-रुक्मि-महाहिमवत्सौगन्धिकोपरि१४७-१४८ तनाधस्तनान्ताबाघाः। 82 150-152 15 2-154 154 147 154-155 82. // 7 // 155-156

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