Book Title: Samvayang Sutram
Author(s): Punyakiritivijay
Publisher: Shripalnagar Jain Shwetambar Murtipujak Derasar Trust
View full book text
________________ विषयः पृष्ठः श्रीसमवायाङ्गं श्रीअभय० वृत्तियुतम् // 8 // श्रीमत्समवायाङ्गसूत्रस्य विषयानुक्रमः 164-165 165 165-167 क्रमः विषयः सूत्रम् पृष्ठः क्रमः सूत्रम् 83. गर्भापहारदिन-शीतलगण-गणधर शेषकाल-हरिषेणचक्रित्वमण्डिकायुर्ऋषभ-भरतागारित्वानि। 83 156-157/ शान्त्यार्याः। 89 84 नरकावास-ऋषभ-भरत-बाहुबलिब्राह्मीसुन्दरी | 90. शीतलोच्चत्वा-जितशान्तिगणगणश्रेयांसत्रिपृष्ठायु-शक्रसामानिकबाह्य धर-स्वयम्भूविजयवृत्तवैताढ्यमेर्वजनोच्चत्व-हरिरम्यकजीवा-पङ्कोपरित शिखरसौगन्धिकाधस्तनान्ताबाधाः। 90 नाधस्तनान्ताबाधा-भगवतीपदाग्रनाग 91. वैयावृत्त्यप्रतिमा-कालोदपरिक्षेप-. कुमारावास-प्रकीर्णकयोनि-पूर्वादि कुन्थ्ववधिज्ञान्यायुर्गोत्रवर्जकर्मप्रकृतयः / 91 -गुणाकार-ऋषभश्रमण-विमानानि। 84 157-160 92. प्रतिमेन्द्रभूत्यायु-मन्दरमध्यगोस्तूआचारोद्देशनकाल-धातकी-मेरुरुचक पादिपश्चिमान्ताबाधाः। नन्दन-सौगन्धिकाधस्तनान्ताबाधाः। 85 160-161 93. चन्द्रप्रभगणगणधर-शान्तिचतुर्दशसुविधिगणगणधर-सुपार्श्ववादि पूर्विविषमाहोरात्रमण्डलानि। द्वितीयामध्यघनोदध्यधस्तनान्ताबाधाः। 86 161-162 94. निषध-नीलवजीवाऽजितावधिज्ञानिनः / 94 मन्दरपूर्वादिगोस्तूपादिपश्चिमान्ताबाधा 95. सुपार्श्वगण-गणधर-जम्बूद्वीपऽऽनाद्यन्त्यकर्मोत्तरप्रकृति-महाहिमवद् पातालाबाधालवणोद्वेधोत्सेधहानिरुक्मिकूट-सौगन्धिकाधस्तनान्ताबाधाः।८७ 162-163 कुन्थु-मौर्यायूंषि। महाग्रह-दृष्टिवादसूत्र-मन्दरगोस्तूपादि 96. चक्रिग्राम-वायुकुमारभवन-दण्डापूर्वान्ताबाधोत्तरदक्षिणायनचतुश्चत्वारिंशन्मण्डल घङ्गुलाभ्यन्तरादिमुहूर्त्तच्छायाः। दिवसरात्रिहानिवृद्धयः। 88 163-164 97. मन्दरगोस्तूपादिपश्चिमान्ताबाधोत्तर८९. ऋषभवीरनिर्वाणतृतीयतुर्यारक प्रकृतिहरिकेशागारत्वानि / 167-169 169 169-170 10-171 171-172 172

Page Navigation
1 ... 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 ... 300