Book Title: Samvada Ki Khoj
Author(s): Padmasagarsuri
Publisher: Arunoday Foundation

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Page 131
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir - गुरूमंदिर : पूज्यपाद गच्छाधिपति आचार्यदेव श्रीमत् कैलाससागरसूरीश्वरजी म.सा. के पावन देह के अंतिम संस्कार के पुण्यस्थल पर पूज्यश्री की स्मृति में संगमर्मर का कलात्मक गुरू मंदिर निर्मित किया जा रहा है । स्फटिकरत्न से निर्मित अनंतलब्धि-निधान श्री गौतमस्वामिजी की प्रतिमा एवं स्फटिकरत्न से ही निर्मित वन्दनीय गुरूचरणपादुका इस भव्य गुरूमंदिर में प्रतिष्ठित की जाएगी। आराधनाभवन : आराधकों की आत्माराधना हेतु निर्मित इस आराधना भवन में मुनिभगवंतो को भी ज्ञानोपासना हेतु स्थिरता करने की सर्व अनुकूलताएँ उपलब्ध रहेगी। मुनिभगवंत यहाँ स्थिरता कर के केन्द्र के प्रांगण में स्थित “आचार्य श्री कैलाससागरसूरि ज्ञान मंदिर" के अमूल्य ग्रंथों का अध्ययन, संशोधन आदि कर सकेंगे। मुमुक्षु कुटीर : ज्ञान-पिपासुओं के लिए ज्ञान मंदिर के समीप ही शांत एवं सुरम्य वातावरण में ज्ञानाभ्यास की संपूर्ण सुविधाओं से युक्त मुमुक्षु कुटीरों का निर्माण किया जा रहा है। संस्था के नियमानुसार इसमे रह कर विद्यार्थी-मुमुक्षु सुव्यवरिणत रूप से यहाँ के विद्वानों के पास जैन दर्शन आदि संबंधी उच्च स्तरीय अभ्यास कर सकेंगे। आचार्य श्री कैलाससागरसूरि ज्ञान मंदिर : यह खुद एक विशाल संस्था का कार्य करेगा। एक समृद्ध पुस्तकालय के अलावा इसके अन्तर्गत कार्यरत वाचनालय, संशोधन केन्द्र, संग्रहालय एवं कलादीर्घा ज्ञान मंदिर की उपयोगिता को और अधिक सार्थक बनाएँगे। For Private And Personal Use Only

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