Book Title: Ras Gangadhar Author(s): Jagganath Pandit Publisher: Nirnaysagar Yantralaya Mumbai View full book textPage 8
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www. kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir काव्यमाला। ... ३६७ ३६७ .. ४८२ विषयः समासोक्तिः ... परिकरः ... ... लेषः ... अप्रस्तुतप्रशंसा पर्यायोक्तम् ... व्याजस्तुतिः आक्षेपः ... विरोधः ... विभावना... विशेषोक्तिः असंगतिः... ... ८०९ ... ... ४२७ ... विषमम् ... विषयः यथासंख्यम पर्यायः ... परिवृत्तिः ... परिमख्या... अर्थापत्तिः विकल्पः ... समुच्चयः ... समाधिः ... प्रत्यनीकम् प्रतीपम् ... प्रौढोक्तिः ललितम् ... प्रदर्षणम् ... विषादनम् उल्लास: ... अवज्ञा अनुज्ञा ... तिरस्कारः लेशः ... तद्गुणः ... अतद्गुणः ... मीलितम् ... सामान्यम्... उत्तरम् ... : :: :: :: :: :: :: :: :: :: :: :: :: :: :: :: :: :: :: :: :: :: :: :: :: ... ५०४ समम् ... ... ४४ विचित्रम् ... अधिकम् ... अन्योन्यम् विशेषः ... ... व्याघातः ... ... शृङ्खलामूलालंकाराः कारणमाला ... एकावली... ... सारः ... ... काव्यलिङ्गम् अर्थान्तरन्यासः ... ... ४७१ अनुमानम् ... ',०८ ... '५१२ ... ५१३ ... ५१४ ... '५१५ ४६६ ... ५१९ For Private And Personal Use OnlyPage Navigation
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