Book Title: Raja Pradeshi aur Keshikumar Diwakar Chitrakatha 056
Author(s): Shreechand Surana
Publisher: Diwakar Prakashan

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Page 31
________________ राजा प्रदेशी और केशीकुमार श्रमण उसका जीव प्रथम स्वर्ग में जाकर सूर्य केसमान तेजस्वी, प्रभावशालीसभि देव बना। COULODE भगवान महावीर ने गौतम को सूभि देव के पूर्व जिज्ञासुगौतम ने फिर प्रश्न कियाजीवन की कथा सुनाकरकहा-हेगौतम ! इस प्रकार राजा प्रदेशी अपने भगवन् ! सूर्याभ देव पूर्व जन्म में किये सुकृत्यों की आयुष्य कितनी है ? के फलस्वरूप ऋद्धि और देवलोक के पश्चात् सम्पन्न देव बना है। वह कहाँ उत्पन्न होगा? 29 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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