Book Title: Prakrit aur Jain Dharm ka Adhyayan
Author(s): Prem Suman Jain
Publisher: Kundkund Bharti Trust

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Page 61
________________ 6. भारतीय वांगमय में पार्श्वनाथ विषयक साहित्य डॉ. जय कुमार जैन पं. सुमेरूचन्द दिवाकर 7. जैन शासन 8. प्रमेय कमल मार्तण्ड परिशीलन प्रो. उदयचन्द जैन 9. मध्यकालीन जैन सट्टक नाटक डॉ. राजाराम जैन 10. जैन धर्म – पं. कैलाशचन्द्र जी सिद्धान्तशास्त्री 11. जैन विज्ञान राष्ट्रीय संगोष्ठी प्रा. निहालचन्द जैन 12. षट्खण्डागम लेखन कथा डॉ. राजाराम जैन 13. स्मारिका - आचार्य कुन्दकुन्द राष्ट्रीय संगोष्ठी सरधना 14. स्मारिका - आचार्य समन्तभद्र संगोष्ठी मेरठ 15. जैन न्याय का आचार्य अकलंकदेव का अवदान ( संगोष्ठी ) 16. तिलोयपण्णत्ती भाग 1-3 आर्यिका विशुद्धमति माता जी सम्पर्कसूत्र अध्यक्ष - 60 - - Jain Education International - संघी प्रकाशन, सी -117, महावीर मार्ग, मालवीय नगर, जयपुर 302017 के प्रमुख प्रकाशन 33 - जैनधर्म और जीवन मूल्य - डॉ. प्रेम सुमन जैन 1990, मूल्य 150 34- प्राकृत कथा साहित्य परिशीलन - डॉ. प्रेम सुमन जैन, 1992, 180 / 35- प्राकृत, अपभ्रंश और संस्कृति - डॉ. प्रेम सुमन जैन, 1994, 190/ 36- जैन साहित्य की सांस्कृतिक भूमिका • डॉ. प्रेम सुमन जैन, 1995, 225 / 37- पर्यावरण-संतुलन एवं शाकाहार डॉ. प्रेम सुमन जैन, 1995, 150/ प्राच्य श्रमण भारती, श्री महावीर टायर एजेन्सीज जी. टी. रोड. खतौली ( मुजपफरनगर ) 251201 अन्य प्रकाशन 38- जैनधर्म का सरल परिचय- बलभद्र जैन, कुन्दकुन्द ज्ञानपीठ, इन्दौर, 1996 पृष्ठ 282 मूल्य 200 / 39- जैन सिद्धान्त भास्कर The Antiquary, vol. 50-51 - प्राच्य दुर्लभ पाण्डुलिपि विशेषांक 2- सं. डॉ. ऋषभ चन्द्र फौजदार डी. के. जैन ओरियण्टल रिसर्च इन्स्टीट्यूट आरा रूपये 200/ 20 / रूपये 25/- रूपये 40- अष्टपाहुड चयनिका – डॉ. कमलचन्द सोगाणी । 1996 41- आचारांग चयनिका -डॉ. कमलचन्द सोगानी, 1998 #2 " For Private & Personal Use Only ; प्राकृत और जैनधर्म का अध्ययन www.jainelibrary.org

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