Book Title: Prakrit Vidya 2000 07
Author(s): Rajaram Jain, Sudip Jain
Publisher: Kundkund Bharti Trust

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Page 109
________________ से परिषद् की स्थापना सम्पन्न हुई। महाराष्ट्र जैन इतिहास परिषद् की आवश्यकता, कार्यक्षेत्र, तथा उसके स्वरूप के संदर्भ में इस परिषद के संयोजक तीर्थकर (मराठी) के संपादक श्रेणिक अन्नदाते ने विस्तार से जानकारी दी। परिषद की उपाध्यक्षा डॉ० सौ० पद्मजा पाटील, अधिव्याख्याता इतिहास - शिवाजी विद्यापीठ, सचिव – श्रेणिक अन्नदाते तथा कोषाध्यक्ष - शशिकांत सैतवाल को नियुक्त किया गया। ___ इस परिषद का कार्यालय C/o मराठवाडा ग्रंथ बिक्री केन्द्र, 38 तुलसी आर्केड, कॅनॉट गार्डन के पास, टाऊन सेन्टर, सिडको, एन-5, औरंगाबाद-431003 है। परिषद का पहला अधिवेशन नासिक में ही आयोजित किया जायेगा। उसी समय महाराष्ट्र के इतिहास पर शोध-निबंधों का एक संग्रह भी प्रकाशित किया जाएगा। तथा एक स्मारिका भी प्रकाशित की जाएगी। 'महाराष्ट्र जैन इतिहास परिषद' को अच्छा जनादर मिल रहा है। -श्रेणिक अन्नदाते, मुम्बई ** जरूरतमंदों की मदद के लिये टाइम्स फाउंडेशन बिल गेट्स अपनी भारत यात्रा के दौरान बैनेट कोलमेन एण्ड कम्पनी की अध्यक्ष इन्दु जैन से भी मिले। यह मुलाकात इकॉनॉमिक टाईम्स और माइक्रोसॉफ्ट की दिल्ली इकाई द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित 'टेक्नॉलॉजी समिट' के दौरान हुई। इस मुलाकात से श्रीमती जैन ने उन्हें टाइम्स फाउंडेशन की योजनाओं के दस्तावेज भी भेंट किये। __टाइम्स फाउंडेशन की स्थापना आध्यात्मिक, नैतिक, सांस्कृतिक और सामाजिक विकास के काम में लगे गैरसरकारी संगठनों को मदद देने के लिये की गई है। फाउंडेशन का विश्वास है कि किसी भी मजबूत और लोकतांत्रिक समाज के लिये ऐसा बहुमुखी विकास एक जरूरी आधार होता है। फाउंडेशन इन गैरसरकारी संगठनों को अन्य सरकारों, संगठनों और व्यक्तियों से धन उपलब्ध कराने में मददगार के रूप में कार्य करेगा। फाउंडेशन की कोशिश गैरसरकारी संगठनों के जरिए उन क्षेत्रों में सकारात्मक परिवर्तन लाने की है, जो आज तक उपेक्षा का शिकार रहे हैं। फाउंडेशन का विश्वास है कि प्रगति के लिये आध्यात्मिक विकास का होना जरूरी है। आज हम तनाव से भरी जिस दुनिया में रह रहे हैं, उसमें आध्यात्मिक समझ ही हममें अपनी नैतिक विरासत के प्रति निष्ठा पैदा कर सकती है। स्कूल, मीडिया और सूचना तकनीक के नये साधनों के जरिये आध्यात्मिकता को आदमी और समाज के जीवन का जरूरी हिस्सा बनाया जा सकता है। फाउंडेशन अपने सहयोगियों के साथ मिलकर पारंपरिक कला-कौशल को प्रोत्साहित करने और सांस्कृतिक विरासत को बचाये रखने की कोशिश करेगा। ___ फाउंडेशन सरकारों, गैरसरकारी संस्थाओं और व्यक्तियों से दान लेगा। विशेषज्ञों की एक समिति उपयुक्त संगठनों ओर संस्थाओं का चुनाव करेगी, जिन्हें यह धन सहायता राशि या ऋण के रूप में उपलब्ध कराया जायेगा। इन परियोजनाओं पर काम किस तरह का हो प्राकृतविद्या जुलाई-सितम्बर '2000 00 107

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