Book Title: Prakrit Margopdeshika
Author(s): Bechardas Doshi
Publisher: Yashovijay Jain Granthmala

View full book text
Previous | Next

Page 184
________________ . (२८) माउक-न-कोमळता. माउसिआ-स्त्री-माशी. माण-पुं-अहंकार. माणस-न-मन. मामी-स्त्री-मामी. मायंद-पुं-आंवो. माया-स्त्री-कपट. माला-स्त्री-माळा. मास-पुं-महीनो. मास-न-मांस. माह-पु-माघ मास. मिच्छा-अ-खोटुं. मित्त-न-मित्र. मित्ती-स्त्री-मैत्री. मिलाकरमा. मिलिच्छ-पुं-म्लेच्छ. मुइंग-पुं-मृदंग. मुक-वि-मुक्त. मुक्ख-पुं-मोक्ष. मुक्ख-पुं-मूर्ख. मुझू-मूंझावं. मुणाल-पुं-कमलना नाळनो तंतु. मुणि-पुं-मुनि. . मुणिवइ-पुं-मुनिरान. मुत्त-वि-मुक्त, | मुत्ताहल-न-मुक्ताफल. मुद्ध-न-माथु. मुद्धाण-न-माथु.. मुर-हासथी विकस. मुरुक्ख-पुं-मूर्ख. मुसा-अ-जूढुंमुसावाय-पुं-जूटुं बोलवू. मुसुमुर-छेवू. मुह-न-मुख. मूसअ-पु-उंदर. मूसा-अ-जूहूं, मूसावाय-पुं-जूटुं बोलवू. मेइणी-स्त्री-पृथ्वी. मेरा-स्त्री-मर्यादा. मेल-पु-मेळो. मेल्ल्-मेळवबुं. मेलव-मेळवg. मेह-पु-वरसाद, मेहुण-न-मैथुन. मोड-पुं-मुण्ड. मोग्गर-पुं-मुद्र. मोत्था-स्त्री-मोथ. मोर-पुं-मोर. मोरउल्ला-अ-व्यर्थ. मोल्ल-न-किंमत,

Loading...

Page Navigation
1 ... 182 183 184 185 186 187 188 189 190 191 192 193 194 195