Book Title: Prabandh kosha ka Aetihasik Vivechan
Author(s): Pravesh Bharadwaj
Publisher: Prakrit Bharti Academy
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अनुक्रमणिका
[ २१७
अरबी (भाषा)-१७२ अल्लटराज - १४ टि. अरबी यात्री- १४०, १७६ अवध-१६५ अरावली - ६९ टि०
अवन्ति - ४७, ४९, ६६, ७७ अरिसिंह - २६, ६२-६३, ९९ अवन्तिपति-७८ टि०, १०१
अशोक मौर्य - ७४, १६८, १७१ अरिष्टनेमि - ९०
अष्टक - २१ अर्जुन - ९९
अष्टकुली ( आठ प्रमुख सर्प )अर्णोराज (चालुक्यवंशीय)- ८० टि.
१०२-०४ टि०, १२६-१२७ अष्टाध्यायी - ६९ टि० टि०, १२८
अष्टापद - ६९, ७२ अर्थशास्त्र ( ग्रन्थ )- १३६ असबिया ( सामूहिकता)-१८९ अर्द्धचक्रवर्ती - १४५
असम - ७६ अर्बुदपर्वत - ६९, ७२ अस्करी, सैय्यद हसन - १७५ अर्बुद शिखर - ९७, १३५,
टि०, १४१ टि०
अहमदाबाद - ३१ अर्हत्दास ( संभवतः विशेषण) अहादीस ( परम्पराएँ ) - १३९ -६४-६५
टि०, १७२ अर्हदत्त - ७६
आ अलमंसूर ( सिंध की अरब राज- आईन-ए-अकबरी - ९५ टि., धानी)-१४८
११७ टि०, १३० टि० । अलाउद्दीन खल्जी - २५, १७४, आकर ( पूर्वी मालवा)- ४८,
१७७, १८२ अल्जीरिया - १८७
आगम ग्रंथ - १११, १३६ टि. अल्बीरूनी, अबूरीहान मुहम्मद - आचाराङ्ग - ३८ टि०
१६, ११० टि०, १४५, आचार्य, जी० बी० - १२१ टि. १७२ टि०
आचार्य भिक्षु स्मृति ग्रंथ -७ टि. अल्बीरूनी का भारत ( अनु रज- आत्मानन्द जन्म शताब्दी स्मारक
नीकान्त शर्मा)- १७२ टि० ग्रंथ --- ३८ टि. अल्बीरूनी का भारत ( सखाऊ)- आदि तुर्ककालीन भारत - १७७
१४५ टि.
टि०
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