Book Title: Prabandh kosha ka Aetihasik Vivechan
Author(s): Pravesh Bharadwaj
Publisher: Prakrit Bharti Academy

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Page 256
________________ देवभूति ( अन्तिम शुङ्गराजा ) - ४३, ४४ टि० देवभूमि ( क्षेमभूमि- दे० देवभूति ) देवर्षि ( सिद्धसेन के पिता ) - ४७ • ५७, १२७ देवल ( ल्ल ) देवी देवसिका / देवश्री ( सिद्धसेन की ४७ माता ) देवादित्य ५० देसाई, मोहन लाल दुलीचन्द्र २० टि०, २२, टि० देशीनाममाला दोहन अभिलेख ८४ टि० ५८ टि०, ५९ दौलताबाद - २५, ८८, १७५, टि० द्रोणपर्व ५६ टि० द्वयाश्रयकाव्य ( दे० प्राकृत द्वया - द्वारवती w - धराधर ―― श्रयकाव्य ) द्वादश अंग ५९ द्वादश रुद्र (सिद्धराज का विरुद् ) ८३ -- ――― - ७८ ---- अनुक्रमणिका - द्वात्रिंशद्वात्रिंशिका देव ४७ द्विवेदी, मणिलाल नभुभाई – ३१ द्विवेदी, हजारी प्रसाद १०३ टि० द्वैपायन ( व्यासजी ) ११२, टि०, ११३ २५ ध धनपाल ( महाकवि ) - ६१ टि०, १५६ Jain Education International धर्मऋषि ७०, ७६ धर्मकीर्ति - ५३ Zom धर्मदत्त - ७०, ७६ धर्मदास गणि २१ धर्मदेव ( श्रेष्ठी ) ४१ ५४-५५ धर्मपाल धर्माभ्युदय ( संघपतिचरित्र ) - - ११२ धर्मोत्तर (विद्वान ) ५३ धवल ( दे० वीरधवल ) धवलक्क - १४, ६१-६३, ९६-९७, १२५, १३१ धारा ( नगरी ) – ५८, ८३-८४ धारावर्ष ( मण्डलीक ) - ९७, १३४ धुन्धुक ( नगर ). धुमनार ( पहाड़ी ) धूमली नगर ध्रुवपटु ( राजा ) – ५१ .५६ ४६ न नड्डूलीय चाहमान नन्द १२१ --- - नन्दराजा नन्दिसूत्र - - नयचक्र ५० ― १५९ २०, ४० नरचन्द्रसूरि नरवर्मा ( मालवेन्द्र ) १२९, टि० For Private & Personal Use Only ― - [ २३१ ७२-७३ ५७, १२८ २१,१५०, टि० ――― - ८३-८५ नरसिंह प्रथम ( होयसल नरेश ) ८९ www.jainelibrary.org

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