Book Title: Prabandh Chintamani Author(s): Ramchandra D Shastri Publisher: Ramchandra D ShastriPage 14
________________ दवीचे दशरथ टि. दर्शवेकालिक मा. दससिरु दान्त टि. दिवाकरनामानं दीप दुर्लभराज दुर्लभसरः देमतीराज्ञ्या देवचन्द्र 9464 .... .... .... .... देवादित्य धनदः धनपति .... द्वारवत्यां धारा. धनपाल. धनेश्वर धरणिग वरणेन्द्र धर्मदेव .... .... .... .... 4444 .... २६२।२९८ | ६२ १८ ६. ३. टि. १० टि. .... २०८८२०९ २५० देवराज...... देवसूरि .... १६१ ख १६२ ख १६३।१६४।१६६ ग. १६९।१७१ घ. देवाचार्य १६१९६२ टि. नागपुरुष १६३।१६ ७|खा १६८ टि. नागहृदे नहुष नाइक देव्या टि. नागज्जुण १६९।१७० घ. नागार्जुन Jain Education International **** 7804 .... .... .... .... **** DOGO .... 2000 .... .... .... **** .... ........ २७२ ३०८ ख ३२०८३२१ ३०९ | ३१२ टि. २६७ ३११ दि. १ धामणउलिया.... ३१७ L ९९।१०१११०२ १२ २१ २४३ टि ४९ .... **** ४९ १३२ .... .g. .... 9.94 धुन्धुक्क नगर नगरपुराणे नडोलाग्रामे .... पत्तनं ४९।७९।८९।१०१ १४३।३१४।३१७/३१८ टि. पद्माकर नन्द १६ । १९।२७१ख ३०६ नन्दिवर्द्धन २८७ ૧૮ नन्दिषेण नन्दीश्वरस्थाये नन्दीश्वरावतारे २५५ २५६ नयचक्रग्रन्थ २७४ नववनाभिवं..... १५७११५९ नव्यभोजस्वामिप्रासाद ८५ २१६ ૨૪૯ २९ ख २६ग ૨૯ 044 .... .... .... .... पञ्चासरग्राम पश्चासरचैत्य . २०७/२०८ २३८ .... .... For Private & Personal Use Only .... **** .... .... *.** नाचिराज नाभाग ૨૧૬ नाभि १। टि. २१।१५२ ख. नीलकण्ठेश्वर १२३।२११ नेमिचन्द्रसूरिः नेमीश्वर.... पञ्चाल .... .... .... .... .... .... .... .... .... S... ३१०1३१२ १२३ ड. **** .... २५।३१ ४७१३०८ १५१ १४५ **** ૨૩ १९९ २८ व ३१1३४ ३४ १९२।२१७ १४५ ख.. .... ...C **** .... www.jainelibrary.orgPage Navigation
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