Book Title: Prabandh Chintamani Author(s): Ramchandra D Shastri Publisher: Ramchandra D ShastriPage 12
________________ १० कुमारपालविहारे २२८।२३६ गुणचन्द्र .... .... १ कुमाराविहारप्रासादे ....२३३/ गूर्जरदेश १६१॥दि.२४३॥ कुमारसंभव .... .... ९टि. गोदावरी .... २५३१५८. कुमुदचन्द्र.... १६१ख.१६३/ गोनश .... .... .... २०८ ख. १६५५ १६६ग १६७ गोवर्द्धनराजा ..... ..... २८५ १६८ख १६९ग 1७० ख गोविन्दाचार्य.... .... ७२ कुरुकुल्लादेवी .... .... १६९ गोडदेश ८०।१७४१२८९ कुलचन्द्रण .... .... टि. गौतम .... .... .... २२ दि. कुशाग्रपुर .... .... __१७ गौरी .... .... .... ३१९ . कुसुमपुरे .... .... २८७ चउलादेवी .... १९१ ख टि, कूणिक .... .... .... १०८ चलिङ्गनामा १९७१ १९९ कृपाणिकाप्रबन्ध .... ३२० टि. चण्डिका .... .... १४५ख. केशचण्डक .... .... १६९टे. चण्डे ........ .... १४.५ख. कोच्छरबा .... .... १३४ टि.मा. चन्दगुतो राया. २२४ 1ट, कोर्णिक .... ....१६।१(ख. चन्दनाथदेव - .... ४८ कोपकालानला.... .... २९९ टि.मा. चन्दलेहा .... २६।२२४ कोल्लापुर.... .... ३०११८२ टि. चन्द्रगुप्त.... १६।१७१२२५ कोकण २०१५२०२।२०३, चन्द्रप्रभ .... २५७।२७८ २४३१२४४ चन्द्रलेखा. ३१० टि. २२५ टि. कौशाम्बी .... .... १८ चन्द्रावती .......... २५९ टि. क्षितिप्रतिष्ठ .... .... १७/टि. चम्पकपुर .... .... १७ क्षेत्राधिपत्युत्पत्तिप्रबन्ध ३१९/ चाङ्गदेव.... ....२०८१२०९' क्षेमराज ........ .... ३५ चाचिणेश्वर .... .... ४८ मा. खङ्गार .... .... .... १५८ चाणाक्य १०३।१६४टि. १६ खेड महास्थाने.... .... २७२ चान्द्र .... .... .... १४८ गङ्गा .... .... .... १८५ चापोत्कटवंश.... .... ३८ गण्डबृहस्पति २१२।२१३. चामुण्डा.... .... .... २०८ २१४ चामुण्डराज ३७१४८१२५१ गाजणी ........ .... २४३ टि. चारित्रसुन्दरगणि .... २२२॥ गाडरारघट्ट .... .... २४९ २४४. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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