Book Title: Poojan Vidhi Samput 02 Siddhachakra Mahapoojan Vidhi
Author(s): Maheshbhai F Sheth
Publisher: Siddhachakra Prakashan

Previous | Next

Page 35
________________ नवमं वलय ।। अथ चतुर्द्वारपाल पूजा ।। नमोऽर्हत्० यंत्रमा अष्टप्रकारी पूजा करवी तथा मांडलामां चणाना चार लाडवा अने चार संत्रा ॐ क्लौ ब्लाँ लाँ वाँ ही कुमुदाय स्वगणपरिवृताय इदमयं पाद्यं गन्धं पुष्पं धूपं दीपं चरू फलं स्वस्तिकं यज्ञभागं यजामहे प्रतिगृह्यतां प्रतिगृह्यतामिति स्वाहा ।।१।। ॐ क्लौ ब्लौँ लाँ वाँ ही अञ्जनाय " " " " ॥२॥ ॐ क्लौ लौ लाँ वाँ ही वामनाय " " " " ॥३ ।। ॐ क्लौ लौँ लाँ वाँ ही पुष्पदन्ताय " " " " || अथ चतुवीर पूजनम् ।। यंत्रमा अष्टप्रकारी पूजा मांडलामा तलना चार लाडवा अने चार चीकू नमोऽर्हत्० ॐ ही हयूँ माणिभद्राय स्वगणपरिवृताय इदमयं पाद्यं गन्धं पुष्पं धूपं दीपंचरू फलं.... ॐ ही हम्ल्यूँ पूर्णभद्राय " " " " ॥२ ।। ॐ ही हम्ल्यूँ कपिलाय " " " " ।३।। ॐ ही यूँ पिङ्गलाय " " " " ।। विमलस्तत् परिवारो, देवा देव्यश्च सद्दशः । बलिपूजां प्रतीच्छन्तु, सन्तु सङ्घस्य शान्तये ।।१।। ૩૧

Loading...

Page Navigation
1 ... 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60