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निरि• तिरात्र* अहे लोपश्रांत गुणा हूं। तिरिय लोप संखे हा गुणा । बादिमा वा एस वाई दवाई लोकसंख्या वाचन प्रभाकर तात्रप्रानता सङ्घ सर्व लोक तिसा हा की महाषा के फाहो वलाऊवा गुणा माटेते नात्रलोक व्यायामाता उदयतिरिके शतरि बिली कि प्रनंना ते नातिरखि लोक नौ जे सर्व उपलो एक प्रदसनोश्त २५ लोक नोसर्व लोकप्रसा लगुणाऊंन
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