Book Title: Pannavana Sutra
Author(s): Shyamacharya,
Publisher: ZZZ Unknown
View full book text
________________
da Educa
वातावारवात्रा। चतिशत विग्रादास मा निवारण तिसावजाचयेव किरियावा म
मनुडदा नरश्या ससेोगुडी वो सात पागल दिकिरतिता
याचा विसमयणाचा वरचउसम दाडी घसा पादण वर विग्रादातिस नाथवामुरमाराएवाभावमाणियावरण मिंदिटाऊ दाजी विनिश्व बिसवासामा हातमा माइ पिता।। दिपांशांता काकवे Raraफाड मिति विरकत बादवि यावद्या तिलागत का ससारवद्यतियति एग दिसिं शापवति परवे त्रिफाड सातारयात्राकच तिए काल साफ। वियदि वरण्al |इएकालमा पवतिए कालरस कामासादावपेच किरिया aaj एवानर इदिए वरे आया अलसा से रखा ति सागगक्का सासारवद्यतिमायण नियम दिसि एवति॥ रथात्रा क तिएकाले समाचवड दाजीव दे। एवड हा निरइयमात हा असुरक मारतावर एग दिसिंविदि सिया।।
काड गातमा एसमा चाडसमइयावा
श्रायामिए विदिसिया ।। एक वतिएका
Private & Personal Use Only

Page Navigation
1 ... 549 550 551 552 553 554 555 556 557 558