Book Title: Panchsangraha Part 05
Author(s): Chandrashi Mahattar, Devkumar Jain Shastri
Publisher: Raghunath Jain Shodh Sansthan Jodhpur

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Page 607
________________ मूल प्रकृतियों के बंधादि स्थान : भूयस्कार आदि प्रकार मूल प्रकृति भूयस्का र अल्पत र अवस्थित अवक्तव्य स्थान बंध ८ प्रकृ. 11 1) 31 33 " " उदय ८ प्रकृ. 37 ७ ܙܙ ६ 17 33 ७ 31 "" उदी. ८ प्रकृ. ७ 27 मोह. के बिना ४ चार अघाति " 24 13 17 सब "" आयु के बिना गुणस्थान मोह. आयु | सूक्ष्मसंपराय बिना वेदनीय सब स्वामी मिश्र बिना अप्र मत्त गुणस्थान आदि के नौ सत्र गुणस्थान ११ से १३ गुणस्थान Jain Education International आदि के दस गुणस्थान ११वां, १२वां आदि के छह गुणस्थान आयु बिना आदि के छह गुणस्थान १३वां, १४वां गुणस्थान गुणस्थान (मिश्रगुण. बिना) आयु की अन्तिम आवलिका में ७ वें से १० वें गुणस्थान ११वां, १२वां वेदनीय आयु बिना मोह. वेद. आयु बिना गुणस्थान नाम और | १३वां गुणस्थान गोत्र ३ For Private & Personal Use Only ४ ५ X X www.jainelibrary.org

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