Book Title: Panchpratikramanadi Stotrani Author(s): Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund View full book textPage 8
________________ जयवीयरायसुत्तं अरिहंत चेश्याणं सुत्तं कहाणकंदंस्तुतिः स्नातस्यानी स्तुतिः संसारदावानी स्तुतिः पुरस्करवरदीसुतं सिसाणं बुझाणंसुत्तं वेयावच्चगराणं सुत्तं नगवानादि वन्दनम् देवसिथ पमिकमणे गढ़ .... स्वामि गमिसुत्तं .... अतिचारनी आठ गाथा .... सुगुरुवांदणा सूत्रम् देवसिअं श्रालोलं सातलाख अढार पापस्थानक सबस्सवि सुत्तं श्रावकवंदितासूत्र স্বরচিত Jain Education International For Private & Personal Use Only ___www.jainelibrary.orgPage Navigation
1 ... 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 ... 232