Book Title: Panchpratikramanadi Stotrani Author(s): Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund View full book textPage 7
________________ अनुक्रमणिका. नाम. नवकार ( नमस्कारसूत्रम् . ) .... पंचिदित्र सुत्तं खमासमण सुत्तं सुगुरुने शाता सुखपृष्ठा इरियावहियं सुत्तं तस्स उत्तरी सुत्तं अन्नत्थ ऊस सिणं सुत्तं लोगस्स सुत्तं सामायिकनुं पञ्चरकाण सामायिक पारवानुं सूत्रम् जगचिंतामणि चैत्यवन्दनम् जंकिंचि सुत्तं नमुत्थुणं वा शक्रस्तवः जावंति चेश्याएं सुत्तं जावंत के विसाहू सुत्तं परमेष्ठि नमस्कारः उवसग्गहरंस्तवनं Jain Education International .... .... .... .... 4004 .... .... **** .... .... .... *440 .... .... **** For Private & Personal Use Only .... .... .... .... 6.00 .... .... .... #464 .... .... .... 9000 पानुं. .... .... WWW १ २ DY DY MRP २ श् ४ 2wDb2/2 ६ ง Ե U १० १० ११ ११ www.jainelibrary.orgPage Navigation
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