Book Title: Niyam Sara
Author(s): Vijay K Jain
Publisher: Vikalp

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Page 393
________________ INDEX OF SCRIPTURAL EXCERPTS शास्त्रोद्धरण अनुक्रमणिका Name of the Scripture कारिका/श्लोक/गाथा क्रमांक Page 78 105 121 122 149 Acārya Nemicandra's --- संति जदो तेणेदे अत्थीति (२४) Dravyasamgraha --- वण्ण रस पंच गंधा दो (७) (contd.) --- असुहादो विणिवित्ती सुहे (४५) --- बहिरब्भंतरकिरियारोहो (४६) --- णट्ठचदुघाइकम्मो (५०) --- णट्ठट्ठकम्मदेहो लोयालोयस्स (५१) --- दंसणणाणपहाणे (५२) --- जो रयणत्तयजुत्तो (५३) --- दंसणणाणसमग्गं मग्गं (५४) --- मा चिट्ठह मा जंपह मा (५६) --- दंसणपुव्वं णाणं (४४) 152 154 155 158 215 271 237 Acārya Nemicandra's --- चक्किकुरुफणिसुरेंदेसहमिंदे (५६०) Trilokasāra xlii 190 194 202 Acārya Pūjyapāda's ___--- न मे मृत्युः कुतो भीतिर्न (२९) Istopadesa --- बध्यते मुच्यते जीवः (२६) --- एकोऽहं निर्ममः शुद्धो (२७) --- स्वस्मिन् सदभिलाषित्वाद... (३४) --- किमिदं कीदृशं कस्य (४२) --- संयम्य करणग्राममेकाग्रत्वेन (२२) --- इतश्चिन्तामणिर्दिव्य इतः (२०) --- इच्छत्येकान्तसंवासं (४०) 216 240 258 266 19 Acārya Pūjyapāda's Samādhitantram निर्मलः केवलः शुद्धो (६) --- बहिरन्तः परश्चेति त्रिधात्मा (४) --- अपमानादयस्तस्य विक्षेपो (३८) --- यः परात्मा स एवाहं योऽहं (३१) ---- एवं त्यक्त्वा बहिर्वाचं (१७) 90 109 145 ........................ 327

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