Book Title: Naya Manav Naya Vishwa
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Adarsh Sahitya Sangh

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Page 232
________________ है और इस पर उतनी ही गम्भीरता से विचार करना चाहिए। पूज्य गुरुदेव ने इन दिनों अनेक विशिष्ट राजनेताओं का ध्यान इस समस्या की ओर आकृष्ट किया-आप लोग अनेक विषयों को लोकसभा में गम्भीरता से उठाते हैं, तो क्या यह प्रश्न गम्भीर नहीं है ? सबका एक ही स्वर था-आप काम शुरू करें, हम आपके साथ हैं।' ___अगर ऐसा कुछ चरित्र-विकास का अभिक्रम चले तो भावी पीढ़ी के साथ न्याय होगा समाज में उच्छृखलता, अराजकता की जो स्थिति है, वह समाप्त होगी। २१४ : नया मानव : नया विश्व Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org


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