Book Title: Navkar Mahamantra
Author(s): Pratap J Tolia
Publisher: Jina Bharati

View full book text
Previous | Next

Page 31
________________ 57. प्रकृति की सरकार का महा-उमदा ध्येय-कार्य (मिशन)। 58. नैतिक बल-दल का लोहचुंबकीय ध्रुवस्तंभ। 59. मानवसंस्कृति के गुणात्मक विज्ञान का प्रेरकबल। 60. शाश्वत सनातन शांति एवं सुख प्रदाता स्वर्ग। 61. संन्यासियों एवं आत्मविजयी विजेताओं का निवासस्थान। 62. निर्मल, सुखी धन्यात्माओं का महाद्वीप। 63. प्रशिक्षण एवं विद्यार्जन की अंतिम सीमा। 64. विवेक बुद्धि/अंत:करण की विजय का रणभेरी नाद। 65.सर्व पवित्र धर्मग्रंथों का सार। 66. हमारी समस्त महा सिद्धियों का अमृतबिंदु। 67. परिशुद्धि एवं परिपूर्णता प्राप्ति की प्रार्थना। 68. महान पथ-प्रदर्शन करानेवाली दुर्गसेना। PAN Rececene 1 SORDSCHOSE

Loading...

Page Navigation
1 ... 29 30 31 32 33 34 35 36