Book Title: Navkar Mahamantra
Author(s): Pratap J Tolia
Publisher: Jina Bharati

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Page 30
________________ 3363 1 9950585ox SEEEEEEEce i o 32. सर्वसाधारण विश्वजीवों का प्राप्तव्य - अंतिम गंतव्य । 33. प्रकृति की सरकार का साम्राज्य शासन का राष्ट्रध्वज । - 34. संस्कृति और सभ्यता का सत्त्व। 35. स्वयं प्रकाशज्ञान की किरणें । 36. भौतिक/ ऐहिक जीवन के सर्व समस्त दुखों का अचूक उपाय, इलाज । 37. आत्म संतोष का वैकल्पिक आहार 38. कायाकल्प करनेवाला मनोरंजन - उद्यान । 39. अनंत ज्ञानका महाज्ञानकोश, विश्व कोश | 40. आत्म निरीक्षण की उन्नति का निमित्त साधन । 41. आत्म साक्षात्कार का राजमार्ग । 42. विश्वकल्याण का सर्वसाधारण महासंघ । 43. सर्व साहस पूर्ण सद्कर्म भावों का महासागर । 44. सद्गुणी आत्माओं का स्मृतिस्थान, स्मारक । 45. मुक्ति के महाराज्य का प्रवेशद्वार । 46. सम्यक् दर्शन, सम्यक् ज्ञान, सम्यक् चारित्र का निर्मल शुद्धिस्थान । 47. मोक्ष के राज्य का प्रतीक चिन्ह । 48. संयम और गांभीर्य का प्रतीक । 49. संपूर्ण आनंद और परमसुख की ध्वजपताका । 50. यथार्थ अवलोकन का दूरबीन । 51. ब्रह्मांड और उसकी अति सूक्ष्म प्रतिकृतिओं का सूक्ष्मदर्शक यंत्र । 52. स्वातंत्र्य और सद्भावना का दुर्ग । 53. संतुष्टि - संतृप्ति के खंड की राजधानी । 54. अनादि अनंत विश्राम देनेवाली सामग्री । 55. क्षमारूप पुष्पों का उद्यान । 56. कृपावन्त परमसत्ता की ओर का प्रवेशमार्ग । Gece 20 305350505

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