Book Title: Muktivad
Author(s): Gadadhar Bhattacharya, Gangesh Upadhyay, Yashovijay
Publisher: Shrutbhuvan Sansodhan Kendra

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Page 269
________________ परिशिष्ट-२ पारिभाषिकशब्दकोशः अकरण (ग) ४५ (त) ३२, ३३ | अत्यन्त (ग) २८, ३१, | अनतिरिक्त (त) ६ अकर्मक (ग) २८, २९ ___ (त) १२, १९ (न्या) ८ | अनतिशयित (न्या) ५ अकाम्य (य) ८ अत्यन्ताभाव (ग) ६, ९ (त) १२, अनधिकरण (न्या) ३, (य) २ अकार्य (य) २ १३, १४, (न्या) ७, ८, अनधिकार (त) ३७ अकृतप्रधान (त) ४०, ४२ १८, (य) २ अनधीन (ग) २ अकृतात्म (न्या) २२, (य) ३० | अत्यन्तासत् (त) १६ अननुगत (ग) ४, ४१, (त) २९ अक्रमिक (य) २१ अदृष्ट (ग) १२, १३, १४, १५, अननुगम (ग) १४, (त) ३४, ३७ अखण्ड (न्या) २६, (य) २४ २०, २१, २२, २३, अननुभव (त) २३, (न्या) १६ अगति (ग) ११ २४, ४३, ४४, (त) २ अननुमापक (त) ३९ अग्रह (य) ३ २२, ३२, ३४, अननुविद्ध (त) १७ अङ्ग (त) ३२, ४० (न्या) १७ अननुष्ठान (ग) ४१ अङ्गाङ्गिभाव (त) २९, ३० | अद्वैत (त) २४ अनन्त (त) २२, (न्या) २३ (य) अङ्गापूर्व (त) ४०, ४२ अधर्म (ग) ६, ३९, (त) ११, २, १५, ३१ अच्प्रत्यय (त) २३, (न्या) १६, अनन्तर (ग) ६, ३५ १२, १३, १५, १६, (न्या) ५ अनन्यगति (ग) ४३, (त) २, ७ ३२, ३३, ३४, (न्या) ७ अजनक (ग) २, (त) ६, २२, ४२ | अधिकरण (ग) २२, २९, अनन्यथासिद्ध (त) ३७, ३८ अनपवर्ग (ग) २४ (न्या) २७, (य) १९ । __(न्या) २३ अजन्य (ग) ८, १६, (त) ६ अनपवाद (न्या) २० | अधिकार (त) २६, २७, ३३, अनपाय (य) ३ अज्ञान (ग) १६ ३७, ४०, (न्या) १९, अतिप्रसक्त (त) १२ अनपेक्ष (त) १५ (य) ५ अनभिप्रेत (य) ४ अतिप्रसङ्ग (ग) ९, ११, २२, | अधिकारि (ग) ४, (त) १७, १९, अनभिलाष (य) १४ __(त) ६, (न्या) ३, (य)७ | _ (न्या) ५ अनभिष्वङ्ग (त) २१, (न्या) ४, अतिमृत्यु (ग) ३५ (त) ३६ अधिकृताधिकार (त) ४० अतिरिक्त (त) ६, ७ अधीन (ग) २, १४, १९, २० अनवच्छिन्न (ग) १६, ३० अतिव्याप्ति (त) ६ ४३, (त) २, १५, १८, अनवच्छेदक (ग) ६, १०, २९, अतिशयित (न्या) ५, (य) ५, ६ (न्या) १२, २१ (न्या) ५ अतीत (त) १, १२, १३, १६ | अधोऽक्षज (ग) ४० अनवस्थान (त) १० (न्या) ५ अध्ययन (ग) ३४ अनागत (ग) ९, (त) १, ५, ८, अतीन्द्रिय (ग) ३५, (न्या) २२, अध्यात्ममतपरीक्षा (न्या) ५ १२, १३, १८, २८, (य) ३० अध्याहार (ग) २७, ४५ (न्या) २० ग = गदाधरकृतमुक्तिवादः, त = गङ्गेशकृततत्त्वचिन्तामणिगतमुक्तिवादः, (न्या) न्यायालोकगतमुक्तिवादः, य = मुक्तिद्वात्रिंशिका । निर्दिष्टपादच्छेदाङ्कानुसारेण विषयानुक्रमात् पत्राङ्कः प्राप्स्यते । (३४शनाम प्रभाग વિષયાનુક્રમ જોવાથી પાનાનો નંબર મળશે.)

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