Book Title: Muktivad
Author(s): Gadadhar Bhattacharya, Gangesh Upadhyay, Yashovijay
Publisher: Shrutbhuvan Sansodhan Kendra

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Page 284
________________ परिशिष्ट-२ २५३ ३८, (त) २३, २६, ।। २९, ३०, ३१ स्वर्ग (ग) २, ४, १०, (त) २२, ४२, (न्या) ५, १६, | सुखत्व (त) २३, (न्या) १६ । २३, २९, ३६, ४०, २४, (य) ७ सुखाभाव (ग) ४, २८, ३९, (न्या) १६ सामञ्जस्य (ग) ३८, ४१ (न्या) २२ स्वातन्त्र्य (न्या) १२, (य) ११ सामर्थ्य (त) ४१, ४२, (न्या) १७ | सुद्धोअणतणय (शुद्धोदनतनय) (य) स्वारसिकलक्षणा (ग) १३ सामानाधिकरण्य (ग) २२ १० हत्या (त) ३७ सामान्य (त) २१, २२, (न्या) | सुधी (न्या) १९, (य) २६ हान (त) १७, २२, २६, (न्या) १६, (य) ६ सुषुप्ति (ग) ९, (न्या) ११, २३, १५, (य) १४ साम्राज्य (य) २४ २६ हानि (त) १७, (न्या) १८, २०, सार्थक्य (ग) ३९ सूक्ष्ममात्रा (त) २५, (न्या) १०, (य) १४, २६, २७, २८ साहित्य (ग) ४१, ४२, ४७, (त) (य) ८ हारीत (त) ३० ३५ सेन्द्रिय (य) १९ हृदय (ग) १२ सिताम्बरसाधु (य) ३२ सौभरि (त) ३९ हेतु (ग) ७, १९, २१, २२, २३, सिद्ध (न्या) १५, १६, २३, २६, स्नान (त) ३४ ३३, ३६, ३७, ३८, (य) १५, २९ स्फूर्ति (ग) १७ ४१, ४२, (त) १, ३, सिद्धसाधन (य) २ स्फोरण (य) १ ५, १५, २२, २६, ३०, सिद्धान्त (ग) ४१, ४२, (न्या) स्मरण (ग) ३४, ४६ ३२, ३४, (न्या) ५, __ १२, २५, (य) १०, स्मृति (ग) ७, ३३, (त) २८, २३, २६, (य) ४, ५, ११ २९, ३७, ३८, ३९, ६, ७, ९, २०, २१, सिद्धि (न्या) २२, (न्या) २२, (य) ३१ २२, २३ (य) ३, १९, २९ । स्याद्वाद (य) १८, २३, ३२ | हेतुता (ग) ११, १२, २१, ३०, सुख (ग) २, ४, १०, ११, १३, | स्वप्रकाश (ग) १७, (त) २४ ।। ३१, ३५, ३८, ३९, १५, २१, २५, २७, | स्वभाव (त) ७, ३९, (न्या) ५, ४१, ४३, (त) ३३, २८, २९, ३०, ३१, २७, (य) १६, ३५, (य) ७ ३९, (त) १, ५, ७, १९, २१ | हेतुत्व (ग) १२, २२, ३०, ३५, १७, १८, २०, २२, | स्वरस (ग) ३८, (त) २०, ३०, | ३८, ३९, ४१, ४३, २३, २४, २५, २६, (न्या) ८, २२ (त) २८, २९, ३३, ३२, (न्या) १६, १८, | स्वरससिद्ध (ग) १३ ३४, ३६, (न्या) ४, ५, १९, २१, २२, २३, | स्वरूप (त) ८, १५, (न्या) ४, ५, | २५, २६, २७, (य) ८, १३, २६, २७, (य) | हेतुहेतुमद्भाव (य) २१ १५, १६, १७, १९, | १२, १९ हेय (त) १४ २३, २४, २५, २८, | स्वरूपसम्बन्धविशेष (ग) ७

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