Book Title: Muktivad
Author(s): Gadadhar Bhattacharya, Gangesh Upadhyay, Yashovijay
Publisher: Shrutbhuvan Sansodhan Kendra

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Page 282
________________ परिशिष्ट - २ विशेष्यक (न्या) १६ विष्णुपुराण (त) ३० विभाग (परिक्षय) (य) ९ विहित (त) २९, ३२, ३३, ३४, ४२ वीतराग (न्या) १८ वीतरागजन्मादर्शनन्याय (न्या) १५, (य) १४ वृत्ति (य) १, २, ३ वृत्ति (ग) ३, १६, १७, (त) १२ १३, १६, १९, (न्या) ३, ८, २६ वृत्तित्व (न्या) २३, २४, (य) २. ३ वृत्त्यारूढ (ग) १७ वेद (ग) १४, ४१, ४२, ४५, (त) ३९ (य) १७ वेद्यता (न्या) २१ वैकल्पिक (ग) ४१.४४ वैजात्य (ग) ४१ वैतृष्ण्य (य) २८ वैदिक ( ग ) ८, (त) ७ वैधर्म्य (ग) ३४ वैधी (त) ४० वैषयिक (न्या) १८, (य) २९ व्यक्ति (ग) ४, २०, (त) ६, (न्या) १६, (य) १५ व्यङ्ग्य (य) १९ व्यञ्जक (न्या) १६ व्यतिरेक (त) ८, ३६, (न्या) ५, (य) २० व्यय (य) ८ वेदन (ग) ३५, ३७, ३८ वेदान्त (त) २४ व्यवच्छेद (ग) ३७, ३८, ४७ वेदान्ति (ग) १६, २७, (न्या) १६, व्यवस्था ( न्या) ११, (य) ९ व्यवहार (य) २० व्याख्या (ग) ३७ व्याघात (य) २६ व्यापार (त) १, ३४, ३८, ४२, (न्या) ५. १७ व्याति (य) ३ व्याप्य (ग) १७, ४२, (न्या) ५ (य) ५, ७ व्यासज्यवृत्ति (ग) २९ वैफल्य (त) ११ वैयर्थ्य (य) १ वैयर्थ्य (त) २६, ३७ वैराग्य (न्या) १८, १९ (य) २४, २८ वैशेषिक (ग) ३४ वैशेषिकी (ग) ४ व्यत्यय (ग) ३७ व्यत्यास (ग) ३९ व्यधिकरण (त) १६ व्यपदेश (ग) ३५, (त) ६, १३, शाब्द (ग) ३३ शाब्दबोध (ग) ३४ शाश्वत (य) १६ १६ व्यभिचार (ग) ११. १४, ४१, ४२, (त) २१, ३२, ४०, ४२, (न्या) २, २३ व्यभिचारि (य) २ व्यभिचारिता (य) ३ व्याहति (न्या) १८, (य) २४ व्युत्पत्ति (ग) १७, ४७, (त) ३५ शक्ति (ग) १३, (न्या) ११, १७, (य) २३ शङ्का (ग) ३४, (त) २१, २८, (न्या) ४, ५, (य) ७ २५१ शब्द (त) २८, ३०, ३५, ३७, ३८, ४०, (य) १, ८ शम (त) २१, २८, (न्या) ४, ५, (य) ५, ६, ७ शरीर (ग) ११, १५, ३०, ३३, ४३, ४४, (त) ११, १६, १९, २२, २५, २६, २८, २९, ३६, (न्या) १०, ११, १७, २३, (य) ९, १९ शाख (ग) १, ३४, (त) २८, ३१ शुक (त) ३ शुद्धनय (य) १९ शेष (य) १७ शैलेषीकरण (न्या) १७ श्रवण (ग) ३३, ३४, ३५, ३९, (त) १२, १९, ३७, ३९ श्रुति (ग) ३, ७, २६, २७, २८, २९, ३३, ३७, ३८, ३९, ४१, ४२, (त) १, १९, २०, २१, २३, २७, २८, ३१, ३३, ३६, ३७, ३९, ४०, ४२, (न्या) ४, ५, ८, १६, २२, (य) २९, ३१ श्वेतकेतु (ग) ३८ संन्यास (त) २९, ३२ संशय (ग) १२, (त) ३७ संसर्गाभाव (त) १४ संसार ( ग ) ४, ९, १८, ३४, (त) ४, ११, १७,

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