Book Title: Mrutyu Aur Parlok Yatra
Author(s): Nandlal Dashora
Publisher: Randhir Book Sales

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Page 129
________________ १२८] मृत्यु और परलोक यात्रा कैसी युद्ध में भाग लिया था, छठवें में नेपोलियन की सेना में मार्शल थे। (२) दूसरा उदाहरण मथुरा जिले के छत्ते कस्बे के प्रकाश का है । प्रकाश जब साढ़े चार वर्ष का था तब वह कहने लगा "वह प्रकाश नहीं निर्मल है । वह पास के कस्बे कोसी कलां का रहने वाला है।" प्रकाश के जन्म के १६ वर्ष पूर्व निर्मल की मृत्यु हो गई थी। उस समय वह दस वर्ष का था। जब प्रकाश को वहां ले जाया गया तो उसने पूर्व जन्म के सभी रिश्तेदारों, स्थान व चीजों को पहचान कर बता दिया। (३) ऐसी ही एक ताजा घटना वर्तमान में उदयपुर जिले के कांकरोली कस्बे के एक पोस्ट मास्टर के लड़के की है जिसे सात वर्ष की उम्र में अपने पूर्व जन्म की याद आ गई। वह कहने लगा, “मैं टोंक का रहने वाला हूं तथा बिजली का करंट लगने से मेरी मत्यु हो गई थी। अभी वर्षा हो रही है मेरी पत्नि तकलीफ पा रही होगी।" उसे जब वहाँ ले जाया गया तो उसने अपनी पत्नी व बच्चों को पहचान लिया। उसका पुनर्जन्म बीस वर्ष बाद हुआ था। यह लड़का अभी मौजूद है। पूर्व जन्म की स्मृतियाँ प्रत्येक मनुष्य में संस्कार रूप में विद्यमान रहती हैं जिन्हें थोड़ी सी साधना द्वारा पुनः स्मृति में लाई जा सकती हैं। सम्मोहन द्वारा भी पूर्व जन्म में प्रवेश कराया जाकर पूर्व जन्म का हाल ज्ञात किया जा सकता है। कईयों को स्वाभाविक रूप से इसका ज्ञान हो जाता है। पूर्व जन्म के इन्हीं संस्कारों से वर्तमान जीवन में मनुष्य का

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