Book Title: Mohanlal Banthiya Smruti Granth
Author(s): Kewalchand Nahta, Satyaranjan Banerjee
Publisher: Jain Darshan Prakashan

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Page 6
________________ स्व:मोहनलाल बाठिया स्मृति ग्रन्थ : संदेशः एक प्रबुद्ध, कर्मठ और संगठन कुशल व्यक्ति का नाम है मोहनलालजी बांठिया । उन्होने अपने जीवन में अनेक महत्वपूर्ण कार्य किए। उनमें सर्वाधिक महत्वपूर्ण कार्य है आगम के वर्गीकृत और विजयीकृत कोश। श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी महासभा और जैन श्वेताम्बर तेरापंथी विद्यालय को उन्होने दीर्घ काल तक सेवाएं दी। वे कार्य कुशल और कल्पना के धनी थे और अपनी धुन के पक्के थे। जैन दर्शन समिति स्व. मोहनलालजी बांठिया का स्मृति ग्रंथ प्रकाशित कर अपनी कृतज्ञता ज्ञापित कर रही है, इसे पर्याप्त न माने। दुर्लभ व्यक्तित्व की दुर्लभ विशषताओं को विस्तार देकर ही स्वस्थ परम्परा को आगे बढ़ाया जा सकता है। हमें विश्वास है उनकी कल्पना से प्रसूत अनेक कार्य शेष हैं, जिनमें कोष निर्माण का कार्य सर्वाधिक मूल्यवान है। उसकी गति मन्द न हो इस पर मित्र मण्डल और समर्थक मण्डल अवश्य ध्यान देगा। जैन विश्व भारती दि. १२-७-६६ गणाधिपति तुलसी आचार्य महाप्रज्ञ Jain Education International 2010_03 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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