________________
चीखे दाता दी को मो को मी प्रो पेट माँपते जीव
सरक कर गोल ।। जो थापनाथाय तेल सी ही लघु ख् ला' दा' लाल के ते जलोरचंद मंत्र तसं' उगाई गैरकाष्टना की मपेट ना करमीयांपली मेहरं किमि' पूयरगा ।। नादुर एबेरंय चूमेल वा कोठाकार प्रादी बेइंद्रिय 'माइला दाई ।।१५।। कोन रखजुरामा काश' धूल मोर हे बे गोममका॥
की मी यो' उधेडी' मा टिना शिरद र करेतेमं विदी जिन्हे हिशा एकोमा (कोमा
इलो 'घय मेलो' इत्रिय' घयमन्त्री ।।