Book Title: Mahavir aur Unki Ahimsa Author(s): Prem Radio and Electric Mart Publisher: Prem Radio and Electric Mart View full book textPage 3
________________ भगवान महावीर और उनकी अहिंसा "अपने मन, वाणी और शरीर के द्वारा, जानबूस कर तथा असावधानी से भी, किसी भी प्राणी को प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से किसी भी प्रकार का कष्ट न पहुँचाना और इसी भावना के अनुरूप अपने नित्य कर्म बहुत सावधानीपूर्वक करना ही अहिसा है।" प्रकाशक प्रेम रेडियो एण्ड इलेक्ट्रिक मार्ट महालक्ष्मी मार्केट, भागीरथ पैलेस, चांदनी चौक, दिल्ली-११०००६Page Navigation
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