Book Title: Mahapragna Sahitya
Author(s): Dulahrajmuni
Publisher: Jain Vishva Bharati

Previous | Next

Page 244
________________ اس ७४ عمر पूह م १२४ * عر س १२६ م 'विश्वास विश्वास का मूल्य विस्मृति वृक्ष वही है वृत्ति का परिष्कार करो वैज्ञानिक न्यूटन व्यंग्य व्यंग्य व्यक्ति की अभिव्यक्ति व्यक्तिवाद व्यक्तिवादी मनोवृत्ति व्यवस्था व्यासं वा व्यासपुत्रं वा व्रत का उदय ه m ११३ م ० गागर م م س - م س ر و ر س ر س शक्ति शक्ति का जागरण शक्ति जागरण का परिणाम शब्द का असर शब्द का असर शब्द का चमत्कार शब्द का चमत्कार शब्द का प्रभाव शब्द की पकड़ शब्द-शक्ति शब्द-शक्ति का चमत्कार शरणागत शराब का नशा शरीर की आत्मा ب गागर कथा م ६८ مه عمر ६६ و مہ ११७ शस्त्र है वाणी س शांति देने की क्षमता م १२० / महाप्रज्ञ साहित्य : एक सर्वेक्षण Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 242 243 244 245 246 247 248 249 250 251 252