Book Title: Limbdi Jain Gyanbhandar Hastlikhit Prati Suchipatra
Author(s): Chaturvijay
Publisher: Agamoday Samiti

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Page 212
________________ [ १२९ ] १८०८ अपूर्ण १४०२ . १५२२ . १५३० १५४९ ३ ९०३ १२८८-५० १३९थी १४२ २२४४ लघुशांतिस्तव सस्तब्बक २२४५ लघुसिद्धांतकौमुदी २२४६ __लघुसंघपट्टकप्रकरण वरदराज जिनवल्लभगाणे २३ १०५५ . १८२२ गा.२४ २२४७ लघुस्तव २२४८ लघुस्तोत्र सारस्वतमंत्रगर्भित २२४९ लघुस्नात्रविधि २२५० लघुस्वाध्याय २२५१ ललितांगकथा २२५२ लिपी-भाषा-युद्ध पट्दर्श। विगरे नामो २२५३ लिलावती २२५४ लिलावतीचतुष्पदी २२५५ लिलावतीरास .. १८६८ ५८१ ८१४-२ २३२८ पत्र ४ थें नथी भास्कराचार्य १८१० ८१५ १३७९ १९५७ अपूर्ण उदयरत्न २४२८ २८१०-१ २८७५ ७पत्रांतर्गत १८५६ १८८१ १८७८ गा.३२ ७५३ त्रिपाठ २२५६ लंपकलोपकतपगच्छोत्पतिरास उत्तमविजय २२५७ लोकनालिकाद्वात्रिंशिका बा-। धर्मघोषसूरि लावबोधसहित । बा.सहजरत्न २२५८ २२५९ २२६० लोकप्रकाश विनयविजय . मू.धर्मघोषसरि गा.३२ ९३०-३३ १६१२ १७६२० १४२५ ३५थी३६ ३ ६१३ अपूर्ण . १७०८ सं. १७

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