Book Title: Limbdi Jain Gyanbhandar Hastlikhit Prati Suchipatra
Author(s): Chaturvijay
Publisher: Agamoday Samiti

View full book text
Previous | Next

Page 210
________________ [ १२७ ] " धर्मचंद्र १८६९ २१ रात्रिभोजनरास २१०२ २२०३ २२०४ २२०५ २२०६ अमृतसागर धर्मसमुद्र २५३६-८२ ८७थी८८ १८९४ २१२६ ३०८१ रात्रिभोजनस्वाध्याय पानाचंद कांतिविजय १९०६ २२५४ २४१०-२ २पत्रांतर्गत ३२८७१ लावण्यकीर्ति सकलचंद १७९५ १७७४ २२०८ २२०९ २२१० रात्रिसंस्तारकपौरपी २२११ राम-कृष्णरास २२१२ रामचंद्रस्वाध्याय २२१३ रामरास २२१४ रामसीतालेख २२१५ रावणमंदोदरीसंवाद २२१६ रावणशिक्षास्वाध्याय २२१७ राशिवर्णादि २२९८ रिपुमर्दनरास २२१९ रुक्ष्मणीस्वाध्याय २२२० रुचादिगणवृत्ति २२२१ रुपीयानीशोभा २८२७ ५० ३२४६-२, १७1८ २६२६ ३थी४३ ।। २६६४ २२७९ २४ . अमरचंद्र सीधर १६७९ १८२९ २७२३ विवेकविजय राजविजय जिनप्रभसूरि दीपविजय १८६९ १४ शक.१२४६ १८९१ २२२२ २२२३ रूपसेनकनकावतीचतुष्पदी रूपसेनकनकावतीचरित्र २५३६-६६ ७४मेपाने १००५-२ ८थी१५ . २११३-४ ३थी २१७८ . २५८८ ८४४ ९८६ ४९ १२९ २२२४ रूपसनेकनकावतांचारत्र सस्तब्बक अपूर्ण "

Loading...

Page Navigation
1 ... 208 209 210 211 212 213 214 215 216 217 218 219 220 221 222 223 224 225 226 227 228 229 230 231 232 233 234 235 236 237 238 239 240 241 242 243 244 245 246 247 248 249 250 251 252 253 254 255 256 257 258 259 260 261 262 263 264 265 266 267 268