Book Title: Kalyankarak
Author(s): Ugradityacharya, Vardhaman Parshwanath Shastri
Publisher: Govind Raoji Doshi Solapur

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Page 874
________________ Jain Education International पराठी. বিয়া - For Private & Personal Use Only संस्कृत. हिंदी. कनडी. निर्मल (न)| अभ्रक. रौप्यमाक्षी, अभ्रक. ಅಬ್ರಕ, ಕಾಗೆ ಬಂಗಾರ, निर्माक ತಾನಿನ ವರೆ, (पु) | साए की कैचली, विष, सर्पाची मेग. (स्त्री) | हलदी, दारुहलदी. हळद, दारुहळद. d, 8. नीलमणिका (पु) | नीलम्. नीलरत्न. ३९०. नीलांजन (ने) शुक्शुर्मा. तूतिया. निळासुरमा, मोरचूद, २०६२. नीली (स्त्री) | नलिका पेड. शरपुखाकृतीच्या झाडापासून गुळी | Ando&3hd, RON. उत्पन्न होत्ये ती लधुनीळी, निळी निर्गुण्डी, सिंहपिंपळी नीललोह, ___ कथील, क्षुद्ररोग, लासें. नीलोत्पल (न) नील कमल, नीलोत्पल कमळ. ನೀಲಕಮಲ, नृत्यकांडक (न) | वृक्ष विशेष. वृक्ष विशेष. ವೃಕ್ಷವಿಶೇಷ. तृप (पु)| अमलतास. थोरबाहवा. नृपतरू. अमलताम, खिरन वृक्ष. थोर बाहवा, रांजणी, खिरणी. 800, वृपद्रुम (पु) देखो नृपतर. पहा नृपतरु. नृपवृक्ष (पु) " पहा नृपतरू. पांघ्रिप पहा नृपतरू.. नेत्र (न) | पिसाब बाहर करने की सलाई | डोळें, मूळ. मंधनरज्जु. ಮೂತ್ರ ನಿರ್ಗಮನ ಪಿಚಕಾರೀ, न्यग्रोध (न. पु) | वड का फल, बड का पेड, छोंकर | वड, उंदिरकानी,बांब,कडुनिंब,बका- | G od. . वृक्ष, मोहनाख्य औषधी. | णनिंब,बाळन्तनिव. हीबरे, लिमडो. ( ७७९ ) 2038 . 10) G www.jainelibrary.org

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