Book Title: Kalyankarak
Author(s): Ugradityacharya, Vardhaman Parshwanath Shastri
Publisher: Govind Raoji Doshi Solapur

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Page 887
________________ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org मोच. मोरट मंजरी [क] माजष्ठा. मंडूकपर्णी मंडूकी सस्कुन. हिंदी. मराठी. कनडी. (न. पु) केले की फली, सैंजिनेका पेड, मोचरस मोखावृश, शेगवा, काळाशेगा, तळ ठ मोचारस, केळं. (न) ईख की जड, ढेरा के फूल. मथा. मांसी यव. यत्रक्षार मोती, तिलकवृक्ष, तुलसी. मंजीठ. (स्त्री) (स्त्री) ( स्त्री ) | मंजीठ, हुरहुर, हुलहुल, मंडूकपानी, ब्रह्म मंडूकी. (स्त्री) मेथी. (स्त्री) जटामांसी, काकोलीमांसच्छा. 815 शेण्याखैर, उसाचें मूळ, सात दिव- ४००:३१. साचें व्यालेले गायीचे दूध, नास लेले दूब, जैज्जर, (स्त्री) मंडुकपानी, ब्रह्म मंडूकी, हुलहुलवृक्ष, ब्राह्मी, सूर्यफूलबली. भेकपर्णी. ब्रह्मीघास. Rig मंजरीक-फांपळा. मंजिष्ट. AA मंजिष्ट, सूर्यफूलबली, आदित्यकान्ता ), Qod), तू.. ब्राह्मी, शालिपर्णी, अळू, कंडुरूल २००३ ಒಂದೆಲೆಗ, ಬ್ರಹ್ಮತೃಣ मेथी. जटामांसी, मांसरांणी, रुदन्ती, बांकोली. ಹುಬ್ಬುಗಳ ಗೊಂಚಲು ತಿಲಕದ ಗಿಡ, ಮಂಜಿಷ್ಠ, | इन्द्रजी.ज, जाखार, ६ ससपरिमाण | इन्द्रजब, जब. जवाखार, सोरा [ वंगभाषा ] जवखार. ಮದರಂಗಿ ಗಿಡ ಮೆತ್ತೆಯ ಗಿಡ, ಗಣಿಗಲ ಮುಸ್ತೆ, ಜಟಾಮಾಂಸಿ, ४),Reep. 3 गुगल ಸರ್ವಕಾರ, ( ७९२ )

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