Book Title: Kalyankarak
Author(s): Ugradityacharya, Vardhaman Parshwanath Shastri
Publisher: Govind Raoji Doshi Solapur

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Page 877
________________ Jain Education International For Private & Personal Use Only संस्कृत. हिंदी. मराठी. कनडी. | पिप्पली (स्त्री) | पीपल. पिंपळी, कानाचा पाळीचा रोग. ends । पिप्पलात्रिक पीपल, वनपीपल, गजपील. पिंपळी, वनपिंपळी, गजपिपळी. 20, edge, Ine . | पिएका [क] (प.) | एक प्रकार की पूरी, नेत्ररोगभेद, | डोळ्यांचे श्वेबुबुळावरचा रोग, | ed , ucts dotsrwadisease वडा, तिलकूट, पेंड. | लंउट पीलुक (पु)| पालुवृक्ष, आखरोट. | अक्रोट, पीलुडा, किंकणेलाचा वृक्ष, / 25.? nad. vidoe,°, etc कंचुकशाक, तळहात, परमाणु, ಹಣ್ಣು, ಬೆಟ್ಟದನು अस्थिखंडविशेष, लघुपीपलवृक्ष, (न) | जायफल, गजपुट इत्यादि. क्षुद्रमोथा, औषधास पुट देतात तें, | 2352253082&ke vad. act जायफळ, केवटीमोथा, (स्त्री) | वनस्पति विशेष. | प्रमेय पाटिका रोग, बादांगुळ, ವನಸ್ಪತಿ ಏಶೇಷ, वनस्पति विशेष. पुनर्नवा (स्त्री) | विष, खपरा, रक्त पुनर्नवा. | श्वेत, रक्त, नील पुनर्नवा [खापय] | 03, 2 पुनर्भू (पु)| श्वेतपुनर्नवा. श्वेतपुनर्नवा, घोळ. ಗೋಳಿ, ಶ್ವೇತಪುನರ್ನವ, चुनाग (पु)| पुन्नागवृक्ष. श्वेतकमळ,जायफळ, कडवेडण्डीचा | ट , 238863e, espalize|| वृक्ष, सुरपुन्नाग, सुरंगी, गोडी उण्डी | पुष्पफलिनी (स्त्री) | तुरई, लौकी, दोडकी भोपळा, ಹೀರೆಕಾಯಿ, ಚೀನಿಕಾಯಿ, ( ७८२ ) - www.jainelibrary.org

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