Book Title: Jyoti Jale Mukti Mile
Author(s): Tulsi Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

View full book text
Previous | Next

Page 2
________________ प्रमुख कृतियां अणुव्रत के आलोक में • अणुव्रत : गति-प्रगति • अनैतिकता की धूप : अणुव्रत की छतरी • समता की आंख : चरित्र की पांख की पांख • अतीत का विसर्जन : अनागत का स्वागत • मेरा धर्म : केंद्र और परिधि • राजपथ की खोज • बिन पानी सब सून • जीवन की सार्थक दिशाएं • बैशाखियां विश्वास की • सफर : आधी शताब्दी का • जो सुख में सुमिरण करै • कुहासे में उगता सूरज • दीये से दीया जले • चेतना का आकाश : अध्यात्म का सूर्य • दोनों हाथ : एक साथ • बीती ताहि विसारि दे • नया समाज : नया दर्शन • प्रेक्षा : अनुप्रेक्षा • मुखड़ा क्या देखे दरपन में • जब जागे तभी सवेरा • लघुता से प्रभुता मिले • दीया जले अगम का • मनहंसा मोती चुगे • भगवान महावीर • प्रज्ञापुरुष जयाचार्य • महामनस्वी आचार्य कालूगणी जीवनवृत्त • गृहस्थ को भी अधिकार है धर्म करने का • जैनतत्त्वविद्या • जैनतत्त्वप्रवेश, भाग १,२ • अर्हत उवाच • प्रवचन पाथेय ग्रंथमाला, पुष्प १-२१ • मेरा जीवन : मेरा दर्शन, खंड १-११ • आचार्य तुलसी के पत्र, खंड १-३ • आचार्य तुलसी के संदेश, खंड १-३ • आचार्य तुलसी का संस्कृत-साहित्य, खंड १-२ . • कालूयशोविलास • डालिम-चरित्र • मगन-चरित्र • माणक-महिमा • सेवाभावी • मां वंदना मैं तिरूं : म्हारी नाव तिरै 'चंदन की चुटकी भली • नंदन-निकुंज • सोमरस • शासन - सुषमा • अणुव्रत-गीत • भरत-मुक्ति • अग्नि परीक्षा • पानी में मीन पियासी • आत्मा के आसपास • तेरापंथ-प्रबोध • संबोध • श्रावक-संबोध • सहिष्णुता की प्रतिमृर्ति • सन्मति का मतितंत्र • सार्थकता संवाद की • संवाद : शिखर पुरुषों के साथ • संवाद : प्रबुद्धजनों के साथ • समस्या का सागर : अहिंसा की नौका • एक बूंद : एक सागर, खंड १-५ • खोए सो पाए • बूंद भी : लहर भी • हस्ताक्षर इत्यादि । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 ... 404